कांट। सर्प के डसने पर एक बच्ची की मौत हो गई। लेकिन परिवार वाले जिंदा की आस में बच्चेी का चेहरा छोड़कर चार घंटे तक गोबर के ढेर में दबा दिया। जब बच्ची जिन्दा नहीं हुई तो पुलिस को बिना सूचना दिए बंच्ची का अंतिम संस्कार कर दिया।
थाना क्षेत्र के गांव रावतपुर निवासी मंगल परिवार के साथ जरावन गांव में झोपड़ी डालकर रहते है। सोमवार की सुबह छह बजे आठ वर्षीय बच्ची अंशिका झोपड़ी में जमीन पर सो रही थी। उसके हाथ पर सर्प ने डस लिया। डसने के बाद सर्प भाग गया। बच्ची ने शोर मचाया तो परिवार वाले गए और देखा कि हाथ के पास मामूली से खून निकल रहा था।
परिवार वाले उसे लेकर जिला अस्पताल गए। जहां डाक्टर ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। लेकिन परिवार वाले उसकी मोत पर विश्वास नहीं कर रहे थे और सोच रहे थे कि बच्ची जीवित है, बेहोश है। परिवार वाले बच्ची को लेकर झाड़ फूंक वाले के पास ले गए। वहां भी कोई फायदा नहीं मिला तो।