मेरठ: विश्वविद्यालय में नैक पीयर टीम का आगमन 23 व 4 मार्च को निश्चित हुआ है। कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला द्वारा विश्वविद्यालय की नैक की तैयारियों के परीक्षण करने के लिए एक मॉक विजिट टीम का गठन किया गया। प्रो. शुक्ला द्वारा नैक रैंकिंग की गम्भीरता एवं भविष्य में विश्वविद्यालय को होने वाले उसके लाभ को ध्यान में रखते हुए प्रतिदिन स्वयं भी विभागों में जाकर निरीक्षण करने के साथ ही आवश्यक सुझाव भी उनके द्वारा दिये जाते रहे हैं।
इसको दृष्टिगत रखते हुए आज एक मॉक विजिट पूरे विश्वविद्यालय में करायी गयी। इस मॉक विजिट में विशेषज्ञ के तौर पर पूर्व कुलपति प्रो. नरेन्द्र तनेजा, मां शाकुम्भरी देवी विश्वविद्यालय, सहारनपुर के कुलपति प्रो. एचएस सिंह तथा महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय, बिहार के पूर्व कुलपति एवं विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के आचार्य प्रो. संजीव शर्मा रहे। यह तीनों ही विशेषज्ञ देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों, संस्थानों में पीयर टीम के नियमित रूप से अध्यक्ष, सदस्य के रूप में निरीक्षण के लिए जाते रहते हैं।
इसलिए इनके सुझाव अत्यंत महत्त्वपूर्ण हैं। मॉक विजिट की शुरुआत संकायाध्यक्षों एवं विभागाध्यक्षों की बैठक से हुयी। इस बैठक में मॉक विजिट के सदस्य प्रो. एचएस सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के प्रत्येक विभाग को अपनी उपलब्धियों एवं शोध कार्यों का प्रस्तुतिकरण आकर्षक एवं प्रभावी ढंग से करना होगा। उन्होंने कहा कि हमारे पास बताने एवं दिखाने के लिए पर्याप्त संसाधन एवं उपलब्धियां हैं। आवश्यकता यह है कि हमारा केन्द्र बिन्दू मुख्य उपलब्धियों के आसपास ही रहे।
इस अवसर पर प्रो. नरेन्द्र तनेजा ने कहा कि जब पीयर टीम किसी भी विभाग में प्रवेश करे तो उनका स्वागत-सत्कार भारतीय परम्परा से करें स्वागत के साथ-साथ प्रवेश करते ही बोर्ड अथवा अन्य माध्यमों से विद्यार्थियों की उपलब्धियां, प्लेसमेंट शोध के क्षेत्र में योगदान इत्यादि स्पष्ट रूप से दिखाई दें। हमारे पास दिखाने एवं बताने के लिए इतनी विषय वस्तु हो कि उनके प्रत्येक प्रश्न का उत्तर दे सकें। हम उन्हीं बिन्दुओं पर ध्यान केन्द्रित करें जो अत्यंत महत्वपूर्ण हों क्योंकि पीयर टीम के पास समय का अभाव रहता है
इसलिए सबसे पहले महत्वपूर्ण उपलब्धियों से शुरूआत करें। प्रो. संजीव शर्मा ने अपने सुझाव देते हुए कहा कि सभी विभागों के पॉवर प्वाइंट प्रस्तुतिकरण में केवल मुख्य बिन्दुओं पर प्वाइंट में लिखा होना चाहिए। फोटोग्राफ एवं चार्ट आदि के माध्यम से उसमें सजीवता लाई जा सकेगी। पॉवर प्वाइंट प्रस्तुतिकरण में रनिंग मेटर नहीं होना चाहिए। पीयर टीम का रूट प्लॉन पहले से तैयार हो तथा एक ही स्थान पर समस्त सामग्री रखी हो और वहीं पर प्रस्तुतिकरण की व्यवस्था भी हो।
इसके बाद मॉक विजिट टीम ने आईक्यूएसी कमेटी के साथ बैठक की। इसके अतिरिक्त आज विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं को विभिन्न सुविधाएं परिसर में मिल सकें इसके लिए कैन्टीन का उद्घाटन किया गया। कैन्टीन का उद्घाटन कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला, प्रो. नरेन्द्र कुमार तनेजा व प्रो. एच एस सिंह ने किया। इस कैन्टीन परिसर में स्टेशनरी-फोटोकॉपी, जनरल स्टोर व कपड़ो पर प्रेस के लिए व्यवस्था की गयी है।
इसके उपरान्त यह टीम बॉटनी विभाग हिन्दी, उर्दू, सहित विश्वविद्यालय के लगभग सभी विभागों में गयी तथा महत्वपूर्ण एवं आवश्यक सुझाव दिये। इस दौरान आईक्यूएसी समन्वयक प्रो. मृदुल गुप्ता, प्रो. वाई विमला, प्रो. अनिल मलिक, डी एस डब्लू प्रो. भूपेद्र सिंह, कुलानुशासक प्रो. बीरपाल सिंह, कुलसचिव धीरेन्द्र कुमार, वि री रमेश चंद्र आदि उपस्थित रहे।