मेरठ: लालकुर्ती पुलिस ने आर्मी इंटेलीजेंस की मदद से सेना के एक फर्जी आर्मी मेजर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्त में आये आरोपी के पास से सेना की एक ऐसी वर्दी मिली है जिसके दोनों कंधों पर अशोक स्तंभ का बैज व इंडियन आर्मी लिखा हुआ है। उसके पास दो मोबाइल बरामद हुए हैं। मेजर युवकों को सेना में नौकरी दिलाने का झांसा देता था।
लालकुर्ती पुलिस और आर्मी इंटेलीजेंस की टीम ने बुधवार रात माल रोड सप्लाई डिपो के पास से सेना के एक ऐसे मेजर को गिरफ्तार किया है। जो युवाओं को सेना में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे रकम ऐंठता था। फर्जी मेजर के पास से दो मोबाइल बरामद हुए हैं। इसके अलावा फर्जी मेजर के पास से सेना की वर्दी मिली है।
जिसके दोनों कंधों पर अशोक स्तंभ के बैज व इंडियन आर्मी लिखा है। पुलिस की गिरफ्त में आये फर्जी मेजर ने अपना नाम गणेश भट्ट उम्र 27 वर्ष पुत्र जगदीश भट्ट निवासी अब्दुल्लापुर पिनजोर मच्छी वाली गली पंचकुला हरियाणा बताया है। मेजर के पास से एक आईफोन व दूसरा वीवो कंपनी का फोन मिला है। वहीं 2420 रुपये भी मिले हैं।
युवाओं से आर्मी में भर्ती के नाम पर करता था ठगी: थाना लालकुर्ती प्रभारी नरेश कुमार का ने बताया कि फर्जी मेजर तकरीबन तीन सालों से युवकों को आमी में भर्ती क राने के नाम पर ठगी करता था। वर्ष 2021 में भी गणेश भट्ट पंचकूला हरियाणा थाना चंडी मंदिर में भी सेना में भर्ती के नाम पर पकड़ा गया था।
वहां पर उसने कई लोगों को सेना में भर्ती के नाम पर ठगा था। अब वह मेरठ में भी ऐसे युवकों से संपर्क में था जो सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे थे। लेकिन समय रहते इंटेलीजेंस की टीम ने उसे धर दबोचा। फिलहाल इंटेलीजेंस की टीम गुरुवार को उससे गहनता से पूछताछ में जुटेगी।
आर्मी में चार रेलवे में एक को ठगा: गणेश ने मेरठ में रहकर अभी तक कुल पांच लोगों को ठगा है। बताया जाता है कि जिनमें चार आर्मी के लोग हैं। व इसके अलावा एक रेलवे में काम करने वाले व्यक्ति से ठगी की है। वहीं, जानकारी मिली है कि हरियाणा के फर्जी मेजर गणेश ने सेना में भर्ती के नाम पर कई एजेंटों को शहर में छोड़ रखा था। गणेश लोगों को मोबाइल में सेना की वर्दी में खुद को मेजर दिखाकर उन्हें वाट्सऐप कर झांसा देता था।