एंटी करप्शन की टीम ने पांच हजार की रिश्वत लेते बाबू को दबोचा

भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज

Update: 2024-03-08 04:44 GMT

आगरा: नगर निगम में भ्रष्टाचार चरम पर है. 38 दिन में यह दूसरी कार्रवाई है. एंटी करप्शन ने आवास विकास कॉलोनी सेक्टर नौ स्थित जोनल ऑफिस से बाबू अमित शर्मा को पांच हजार रिश्वत लेते पकड़ा है. आरोपित बाबू के खिलाफ हरीपर्वत थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है. इससे पहले नौ जनवरी को विजिलेंस ने एक लाख घूस लेते राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता व दलाल सुभाष सिंह को पकड़कर जेल भेजा था.

भ्रष्टाचार निवारण संगठन आगरा ईकाइ को बाबू के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी. इंस्पेक्टर संजय कुमार ने बताया सजल बंसल ने आवास विकास कॉलोनी सेक्टर सात में एक मकान खरीदा था. उसका नामांतरण होना था. सजल ने बताया कि उन्होंने नामांतरण के लिए ऑनलाइन फीस जमा कराई. रसीद में पुराने मालिक का नाम ही अंकित हो गया. उसे सही कराने के लिए उन्होंने चक्कर लगाना शुरू किया. जोनल ऑफिस में तैनात बाबू अमित शर्मा ने नाम सही करने के एवज में पांच हजार रुपये मांगे. शिकायत के बाद जांच में एंटी करप्शन को पता चला कि बाबू अमित शर्मा अशोक नगर, लोहामंडी का निवासी है. रुपये लेकर ही काम करता है.

पिता की जगह लगी थी नौकरी: एंटी करप्शन को पूछताछ में आरोपित बाबू अमित शर्मा ने बताया कि उसकी नौकरी मृतक आश्रित कोटे में लगी थी. शुरू में नगर निगम में हल्ला मचा कि पांच हजार रुपये रसीद के थे. आरोप गलत है. एंटी करप्शन ने बताया कि रसीद तो पहले ही कट गई थी. नाम सही करने के नाम पर रिश्वत मांगी थी. आरोपित को मेरठ एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया जाएगा.

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