लखनऊ न्यूज़: बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती महिला मरीज ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. नाराज परिवारीजनों ने इलाज में कोताही का आरोप लगाया. इमरजेंसी में हंगामा शुरू कर दिया. डॉक्टर-स्टाफ ने परिवारीजनों को समझाने की कोशिश की तो मामला और बढ़ गया. परिवारीजनों ने डॉक्टर-स्टाफ से हाथापाई शुरू कर दी. पुलिस ने किसी तरह से मामला शांत कराया.
उन्नाव निवासी रन्नो सिंह (48) को बेहोशी की हालत में इमरजेंसी में सुबह करीब साढ़े नौ बजे भर्ती कराया था. महिला का ब्लड प्रेशर काफी गड़बड़ था. सांस फूल रही थी. डॉक्टरों ने परिवारीजनों को मरीज की हालत गंभीर बताई. परिवारीजनों की रजामंदी के बाद डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया. दोपहर करीब एक बजे महिला की सांसें थम गईं. परिवारीजनों ने समुचित इलाज न मिलने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया. शोर व हंगामा बढ़ता देख नर्स ने तीमारदारों को समझाने की कोशिश की. तीमारदार नर्स से उलझ गए. मामला बढ़ता देख डॉक्टर भी आ गए. डॉक्टरों ने रोकने की कोशिश की तो तीमारदार उनसे लड़ने लगे. नौबत हाथापाई तक पहुंच गई. धक्का-मुक्की भी हुई.
बलरामपुर इमरजेंसी भर्ती मरीजों का इलाज प्रभावित: हंगामे की वजह से इमरजेंसी में भर्ती दूसरे मरीजों का इलाज प्रभावित होने लगा. करीब आधे घंटे इमरजेंसी प्रभावित रही. आनन-फानन अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने तीमारदारों को किसी तरह शांत कराया. अस्पताल के सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता के मुताबिक मरीज की हालत गंभीर थी. मरीज की जान बचाने का पूरा प्रयास किया गया. इलाज में कोताही के आरोप बेबुनियाद हैं. तीमारदारों को पहले हीतबीयत के बारे में बता दिया गया था.