अल्ताफ की मौत का मामला, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
उत्तर प्रदेश के कासगंज में पुलिस हिरासत के दौरान 22 साल के अल्ताफ की मौत पर सियासी बवाल जारी है. इस बीच अल्ताफ की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी सामने आ गई है. जिसमें अल्ताफ की मौत की वजह फांसी बताई जा रही है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में लिखा है कि उसकी मौत फांसी पर लटकने से हुई है. उधर, इस मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश किए गए हैं और जांच शुरु कर दी गई है. कासगंज कस्टोडियल डेथ मामले के तूल पकड़ते ही कासगंज पुलिस ने पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था. इस मामले को लेकर सियासत भी खूब हो रही है. अब अल्ताफ की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आ गई है, जिसमें उसकी मौत की वजह फांसी को बताया गया है. यह बात पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के पेज पर दाईं ओर नीचे साफ तौर पर देखी जा सकती है. इस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को कासगंज पुलिस के लिए राहत के तौर पर देखा जा सकता है. लेकिन इस मामले में पुलिस की थ्योरी पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. लगातार विपक्षी दल भी पुलिस और सरकार को निशाना बना रहे हैं.
कासगंज कोतवाली में पुलिस हिरासत में 21 साल के अल्ताफ की मौत के मामले की जांच अब मजिस्ट्रेट को सौंप दी गई है. जिले के सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस रोहन बोत्रे ने आजतक से कहा है कि इस केस की न्यायिक जांच की अनुशंसा के लिए भी पुलिस विचार कर रही है. फिलहाल पुलिस अल्ताफ की मौत के मामले में अपनी थ्योरी पर कायम है, जिसमें उसने कहा था कि अल्ताफ ने लॉकअप के शौचालय में लगे 2 फीट के नल से टी शर्ट के हुड की लगी रस्सी को निकालकर आत्महत्या कर ली. कांग्रेस समाजवादी पार्टी बहुजन समाज पार्टी समेत तमाम विपक्षी दलों ने इस मामले को लेकर सीधे-सीधे उत्तर प्रदेश पुलिस और सरकार पर सवाल खड़े किए थे. कासगंज के कप्तान ने आजतक से बातचीत करते हुए कहा कि इस मामले में पुलिस निष्पक्ष जांच कर रही है. साथ ही मामले को मजिस्ट्रियल जांच कराई जा रही है.
सबसे चौंकाने वाली बात यह है जब अल्ताफ के पिता ने आज नया बयान देते हुए कहा कि पुलिस ने उनसे जो बयान दिया था वह दबाव में लिया था और वह पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं है. आपको यह भी बता दें कि बीती रात अल्ताफ के पिता की ओर से एक बयान सामने आया था, जिसमें लिखा था कि वह पुलिस की जांच से संतुष्ट हैं और उन्हें पुलिस से कोई शिकायत नहीं है. लेकिन आज सुबह वह अपने बयान से पलट गए और उन्होंने कहा कि यह बयान उन्होंने दबाव में दिया था.
कासगंज में सदर कोतवाली के हवालात में शौचालय में लगी नल की टोंटी से एक युवक के फांसी लगाने का दावा किया जा रहा है. इस युवक का नाम अल्ताफ है और उसे पुलिस ने लड़की भगाने के आरोप में गिरफ्तार किया था. हवालात में उसकी संदिग्ध मौत हो गई. पुलिस का कहना है कि टोंटी से लटककर, या कसकर, या बंधकर उसने जान दे दी है. कासगंज में थाने के भीतर 2 फीट के नल से फांसी की पुलिसिया थ्योरी पर विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है. हवालात में शख्स की संदिग्ध मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर सवाल उठाया है. बताया जा रहा है कि अल्ताफ को किसी लड़की से मोहब्बत थी. मगर लड़की किसी और के साथ गायब हो गई, पुलिस को शक हुआ कि लड़की के गायब होने में अल्ताफ का हाथ है. पुलिस ने छानबीन शुरु की और इस चांद मियां ने अपनी औलाद को अपने हाथों से पुलिस को सौंप दिया, ये सोचकर कि बेटा बेगुनाह है, छूट ही जाएगा.