Allahabad: जनजागरुकता अभियान के बाद भी तालानगरी में नहीं घट सकी तंबाकू की बिक्री
न तो तंबाकू की बिक्री का ग्राफ घटा और न ही लोगों का इसके सेवन के प्रति कमी आई
इलाहाबाद: शासन प्रशासन और सामाजिक संगठनों की ओर तंबाकू का सेवन रोकने के लिए तमाम कवायद किए जा रहे हैं. जनजागरुकता अभियान के साथ ही तंबाकू के सेवन से कैंसर जैसी घातक बीमारी व मौत के बारे में भी जानकारियां दी जाती रही है. इसके बावजूद तालानगरी में न तो तंबाकू की बिक्री का ग्राफ घटा और न ही लोगों का इसके सेवन के प्रति कमी आई हैं. एएमयू के रेडियोथेरेपी विभाग के आंकड़ों की मानें तो पिछले पांच साल के अंदर छह हजार से अधिक लोग तंबाकू के सेवन करने से कैंसर रोगी बन चुके हैं. इसमें मुंह के कैंसर के रोगियों की संख्या अधिक हैं. वहीं मरीजों में युवाओं की संख्या हर साल बढ़ रही है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने वर्ष 2014 में तंबाकू उत्पादों के पैकेजिंग क्षेत्र का 85 प्रतिशत हिस्सा चित्रात्मक चेतावनी से ढका होने का आदेश जारी किया था, जबकि पहले यह केवल 40 प्रतिशत था. इस पर Supreme Court ने भी आपत्तियों को खारिज करते हुए सहमति दी थी.TAMBAKU का सेवन कैंसर को बढ़ावा देती है. तंबाकू के सेवन के मामले में युवाओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जो कि चिंताजनक है. इसके प्रति जनजागरुकता और नियमों का सख्ती से पालन होना जरूरी है. अभिभावकों को भी अपने बच्चे में इस तरह की लत दिखने पर तत्काल काउंसिलिंग करानी चाहिए.
डॉ. मोहम्मद अकरम, विभागाध्यक्ष, रेडियोथेरेपी विभाग एएमयू.
नाबालिग तक पहुंच रही तंबाकू: विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2024 की थीम ‘बच्चों को तंबाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बचाना’ है. नाबालिग को तंबाकू की बिक्री करना गैरकानूनी है. इसके बावजूद शहर से लेकर ग्रामीण अंचल तक किशोरों व बच्चों तक को बेरोकटोक तंबाकू उत्पाद की बिक्री की जाती है.