एमएमजी अस्पताल में बनने वाली संयुक्त अस्पताल की लैब में कैंसर समेत सभी जांच होंगी
गाजियाबाद न्यूज़: एमएमजी अस्पताल में बनने वाली इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब अब संयुक्त अस्पताल में बनेगी. लगभग 65 लाख रुपये से बनने वाली लैब के लिए ठेका छोड़ दिया गया है. निर्माण करने वाली फर्म के इंजीनियरों ने निरीक्षण किया.
कंपनी से लैब के निर्माण की शुरुआत करेगी. लैब बनने से मरीजों को एक छत के नीचे ही जांच की सुविधा मिल पाएगी. संयुक्त अस्पताल में प्रथम तल पर पैथोलॉजी लैब के सामने इंटीग्रेटेड लैब का काम शुरू होगा. इसके लिए विवान कंस्ट्रक्शन को ठेका दिया गया है. कंपनी इंजीनियरों ने लैब के सामने बनने छत का निरीक्षण किया. इस मौके पर सीएमएस डा. विनोद चंद पांडेय भी मौजूद रहे.
लैब के लिए छत पर स्टाफ रूम, मास्टर मिक्स रूम, पीसीआर रूम आदि कमरे बनाए जाने हैं. से निर्माण सामग्री आने का काम शुरू हो जाएगा. सीएमएस डा. विनोद चंद पांडेय ने बताया कि 65 लाख की लागत से लैब का निर्माण होना है.
पहले एमएमजी अस्पताल में बननी थी लैब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पहले इंटीग्रेटेड लैब बनाने का प्रस्ताव एमएमजी अस्पताल के लिए था. इसके लिए दो साल पहले लखनऊ से अए अधिकारियों ने निरीक्षण भी किया था. लैब पुराने महिला अस्पताल में बनना प्रस्तावित था. लेकिन बिल्डिंग को तोड़ने और फिर निर्माण के झंझट से बचने के लिए लैब को संयुक्त अस्पताल के लिए मंजूरी मिल गई.
मरीजों को होगी सुविधा
लैब शुरू होने से मरीजों को एक छत के नीचे ही सभी प्रकार की जांच की सुविधा मिलेगी. वर्तमान में पैथोलॉजी लैब में बॉयो कैमिस्ट्री की सुविधा हैं. लेकिन एकीकृत प्रयोगशाला में पूरी जांच एक साथ हो सकेगी. संयुक्त अस्पताल में प्रतिदिन 700 से 50 मरीजों की ओपीडी रहती है. इसमें से 0 से 200 सौ मरीजों को जांच की जरूरत पड़ती र्है.
इंटीग्रेटेड हेल्थ लैब का होगा निर्माण
इंटीग्रेटेड लैब में डेंगू, स्क्रबटाइफस, मलेरिया, एक्ट्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम, कालाजार, डायरिया, टीबी समेत संचारी रोगों से जुड़ी जरूरी जांचें होंगी. कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह, गुर्दा, मोतियाबिंद, अल्जाइमर, आईडीएसपी, आरटीपीसीआर, समेत समेत अन्य सभी गैर संचारी रोगों की महत्वपूर्ण जांच की जाएगी.