Aligarh: मौत के दो माह बाद ठगी में नाम आने पर उलझी गुत्थी

Update: 2025-01-04 05:54 GMT

अलीगढ़: हरदुआगंज पुलिस शैलेष की मौत को लेकर किसी नतीजे पर पहुंचती. तभी 5 जुलाई 2023 को सेंटर प्वाइंट लेखराज नगर निवासी डॉ.नागेंद्र शर्मा ने सिविल लाइंस में अपने साथ 68 लाख रुपये की ठगी का मुकदमा दर्ज कराया. जिले के सबसे पहले विधायकों में शामिल कुं.श्रीनिवास शर्मा (अतरौली नार्थ यानि गंगीरी-छर्रा सीट के पहले विधायक, पूर्व एमएलसी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष) के पुत्र डा.नागेंद्र ने बताया कि उनकी पत्नी डा.पूनम मलखान सिंह अस्पताल के सीएमएस पद से सेवानिवृत्त हुई हैं. उसके बाद वे 2022 में अपने बेटी बेटे के पास लंदन जाकर रहने लगे. इसी बीच उनके पास संजय नाम के व्यक्ति ने कॉल कर कहा कि आपके लेखराज नगर वाले घर के सामने डा.आशुतोष मश्रिा रहते हैं.

वे आपको अपना सौ गज का प्लाट बेचना चाहते हैं. इस पर डा.नागेंद्र ने कहा कि उनका प्रापर्टी संबंधी काम देवी नगला निवासी हरिकेश यादव देखता है. उससे बात कर लो. मगर डा.नागेंद्र इस बात से अंजान थे कि हरिकेश ही उनके साथ ठगी करने की योजना बना चुका है. बाद में हरिकेश व संजय की बातों पर वश्विास करके डा.नागेंद्र ने आशुतोष एंटरप्राइजेज नाम की फर्म के पीएनबी तालसपुर के खाते में 2023 में रुपये ट्रांसफर कर दिए. इसके ऐवज में हरिकेश ने उन्हें यह जानकारी दी कि डा.आशुतोष ने उन्हें सौ रुपये के स्टांप पर रुपये प्राप्त की रसीद दे दी है. जब वे मार्च में वापस इंडिया आए और संजय से बैनामा कराने को कहा तो वह टालने लगा.जब आशुतोष से मिले तो उन्होंने कोई बात होने या जानकारी होने से इंकार कर दिया. तब तक हरिकेश का नाम कहीं सामने नहीं आया था. इसलिए डा.नागेंद्र ने डा.आशुतोष, संजय व शैलेष पर ठगी का मुकदमा दर्ज कराया. उस मुकदमे की विवेचना उजागर हुआ कि शैलेष के खाते से अलग अलग अंतराल पर निकाल ली गई है. सिविल लाइंस पुलिस जब शैलेष को खोजते हुए उसके घर पहुंची तो पता चला कि उसकी तो हरदुआगंज में लाश मिली थी. बस पुलिस हैरान रह गई. विषय वाकई गंभीर था इसमें बारीकी से साक्ष्य संकलन किए गए. फॉरेंसिक व सर्विलांस की मदद ली गई. जिसके आधार पर हरिकेश इस पूरे गेम का मास्टर माइंड निकला है. ठगी में वह पहले ही जेल भेजा गया था. अब हत्या में जेल भेजा है.

-मृगांक शेखर पाठक, एसपी सिटी

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