अलीगढ़ : मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र पढ़ेंगे सनातन धर्म, पाठ्यक्रम को अंतिम रूप देने में जुटा प्रशासन

पाठ्यक्रम को अंतिम रूप देने में जुटा प्रशासन

Update: 2022-08-04 05:14 GMT

अलीगढ़: उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में अब सनातन धर्म की भी पढ़ाई होगी। छात्र जल्द ही एएमयू में सनातन धर्म का पाठ पढ़ेंगे। इसके लिए प्रस्ताव पास भी हो चुका है और अब बस केवल प्रस्ताव पर मुहर लगाना बाकी है। सनातन धर्म की पढ़ाई को लेकर जो प्रस्ताव पास हुआ है, उसमें यूजी और पीजी में सनातन धर्म का कोर्स शुरू होगा। ऐसा बताया जा रहा है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के इस्लामिक स्टडीज डिपार्टमेंट ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है।

पीएम मोदी ने छात्रों को भारतीय संस्कृति से जोड़ने की कही थी बात
एएमयू के शताब्दी कार्यक्रम में वर्चुअल समारोह के दौरान पीएम मोदी ने एएमयू के छात्रों को भारतीय संस्कृति से रूबरू कराने की बात कही थी। विभाग की ओर से यह कोर्स यूजी और पीजी में शुरू किया जा रहा है। इसको शुरू करने का उद्देश्य विद्यार्थियों को सभी मजहबों की बारीकियां सिखाना है। माना जा रहा है कि अगले सेशन से इसकी पढ़ाई शुरू हो जाएगी, इसके सिलेबस पर भी काम किया जा रहा है। इस कोर्स को कम्प्रेटिव रिलीजन नाम से शुरू किया जाएगा। इसके जरिए विद्यार्थियों को सनातन धर्म का पाठ पढ़ाया जाएगा। इतना ही नहीं, उनको अन्य धर्मों के बारे में तुलनात्मक रूप से विस्तार से बताया जाएगा।
यूनिवर्सिटी में शुरू से दूसरे धर्मों के छात्र भी करते है पढ़ाई
आपको बता दें कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को भारतीय संविधान की सातवीं अनुसूची के अंतर्गत राष्ट्रीय महत्व का संस्थान माना गया है। साल 1967 में सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने अपने फैसले में स्पष्ट किया कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी एक अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थान नहीं है। पर बाद में इस पर अलग-अलग फैसले आए तो साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने इसे फिर अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थान का दर्जा दिया, लेकिन शुरू से अब तक यूनिवर्सिटी में दूसरे धर्मों के छात्र भी पढ़ते आ रहे हैं। पिछले साल अलीगढ़ यूनिवर्सिटी का क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में 801 स्थान आया है और नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क में भारत में दसवां स्थान आया है।


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