अयोध्या से चित्रकूट के लिए एयर कंडीशन बस 'जनरथ' बिना यात्रियों के हुई रवाना

उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की ओर से अयोध्या से चित्रकूट के लिए आनन-फानन में पहली बार वातानुकूलित जनरथ को दौड़ा दिया गया।

Update: 2022-08-07 02:58 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की ओर से अयोध्या से चित्रकूट के लिए आनन-फानन में पहली बार वातानुकूलित जनरथ को दौड़ा दिया गया। खास बात यह है कि इस जनरथ में एक भी यात्री नहीं था और न ही इसका प्रचार-प्रसार ही किया गया। दरअसल संतों की मांग पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चित्रकूट भ्रमण के दौरान मई 2022 में इस बस सेवा को शुरू करने की घोषणा की थी।

फिलहाल निर्धारित समय पर पहुंचे भाजपा के अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्त व रुदौली विधायक रामचंद्र यादव ने जनरथ बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर दिया। इस मौके पर विधायक गुप्त ने परिवहन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर सिंह समेत मुख्यमंत्री योगी को साधुवाद दिया और कहा कि जल्द ही अयोध्या से वृंदावन तक सीधी बस सेवा संचालन के लिए भी प्रयास किया जाएगा। अयोध्या दौरे पर आए परिवहन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार सिंह ने शनिवार से अयोध्या से चित्रकूट बस सेवा प्रारम्भ करने का निर्देश दिया था। उनके निर्देश पर भागदौड़ कर अधिकारियों ने बस का इंतजाम किया और बस को रवाना कर दिया गया। बांदा जिले में मंडलायुक्त ने भी अयोध्या के लिए शनिवार को ही जनरथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस बारे में पूछे जाने पर संभागीय परिवहन अधिकारी विमलेश रंजन ने बताया कि यह बस सेवा शुरू करने का निर्णय विभाग ने पहले ही कर लिया था। यही नहीं एक अगस्त 2022 से इसकी शुरूआत होनी थी। पुन: कतिपय कारणों से कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया। 277 किमी. की दूरी 11 घंटे में होगी पूरी, 570 रुपया होगा प्रति सवारी किराया
फिलहाल इसकी तिथि शनिवार तय की गयी। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि यह बस सेवा नियमित रूप से सप्ताह के सातों दिन रहेगी। उन्होंने बताया कि पहले दिन की शुरूआत में सूचनाओं के आदान-प्रदान में प्राय: व्यवधान रहता है। यह सामान्य प्रक्रिया है। अयोध्या से चित्रकूट की सड़क मार्ग से दूरी 277 किमी. है। रोडवेज की वातानुकूलित जनरथ से इसका किराया प्रति सवारी 570 रुपये होगा। यह बस प्रात: साढ़े आठ बजे वाया प्रयागराज होकर चित्रकूट सायं साढ़े सात बजे पहुंचेगी।
अयोध्या से एक बस आएगी तो चित्रकूट से दूसरी आएगी
रामायण सर्किट के अन्तर्गत अयोध्या के अतिरिक्त चित्रकूट का भी बड़ा ही महात्म्य है। भगवान राम ने 14 वर्षों के वनवास के दौरान 12 वर्ष तक इसी तीर्थ के अरण्य में निवास किया था। इसके कारण भारत सरकार ने रामायण सर्किट के माध्यम से धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की पहल 2014 से ही की थी। पुन: 2017 में उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के गठन व योगी आदित्यनाथ की मुखिया के रूप में ताजपोशी के बाद योजनाओं पर तेज गति से काम शुरू हुआ है। अयोध्या के अलावा चित्रकूट से भी दूसरी बस सुबह साढ़े आठ बजे रवाना होगी और सवा दस बजे प्रयागराज पहुंचेगी। फिर सायं साढ़े सात बजे अयोध्या पहुंचेगी।
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