गोरखपुर न्यूज़: ऑनलाइन दवा की बिक्री और कॉरपोरेट कंपनियों की गलाकाट प्रतिस्पर्धा के खिलाफ दवा व्यापारियों के आंदोलन का विरोध शुरू हो गया है. इसका विरोध दवा व्यापारियों का ही संगठन कर रहा है. दवा व्यापारियों के एक धड़े ने इसे ड्रामा करार दिया है.
ऑनलाइन दवा व्यापार के खिलाफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन की बैठक थोक दवा मंडी भालोटिया मार्केट में हुई. एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय उपाध्याय की अध्यक्षता में तय किया गया कि दवा विक्रेताओं की अखिल भारतीय संस्था (एआईओसीडी) द्वारा 15 फरवरी को ऑनलाइन दवा व्यापार के खिलाफ होने वाले हल्ला बोल अभियान का दवा विक्रेता जोरदार विरोध करेंगे.
संजय उपाध्याय ने कहा कि हल्ला बोल सिर्फ एक ड्रॉमा है. अब कोई भी दवा विक्रेता इसमें फंसने वाला नहीं है. अगर एआईओसीडी में दम है तो केंद्र सरकार के खिलाफ सही और कड़े फैसले लेकर समस्या का समाधान कराए. सभी दवा विक्रेता इस हल्ला बोल ड्रामा का विरोध करेंगे. कहा कि सही मायने में दवा व्यापारियों का पैसा हजम करने वाले एआईओसीडी के अध्यक्ष केखिलाफ हल्ला बोलने की जरूरत है.
एआईओसीडी के अध्यक्ष का कहना है कि दवा विक्रेता भी आनलाइन दवा कारोबारियों की तरह ग्राहकों को 25-30 प्रतिशत छूट देंगे, जो संभव नहीं है. एआईओसीडी सिर्फ अपने संगठन का सहारा लेकर दवा कंपनियों पर दबाव बनाकर फायदा उठाना चाह रही है. वहीं, महामंत्री दिलीप सिंह ने कहा कि सबसे पहले तो केंद्र सरकार से दवा नीति और दवा व्यवसायी के मार्जिन पर बात करें. बैठक में कोषाध्यक्ष मनोज सिंह, अकरम लारी, छोटेलाल गुप्ता, आशीष गुप्ता, नरसिंह पांडे, अशोक सिंह, संजय गुप्ता, सोमेश, नीरज पाठक, अरुण बंका आदि मौजूद रहे.