Agra: महिला थानेदार और इंस्पेक्टर की पिटाई में सख्त कार्रवाई हुई

मौके से फरार भतीजे सहित दो की तलाश की जा रही है

Update: 2024-08-23 09:10 GMT

आगरा: महिला थानेदार शैली राणा और इंस्पेक्टर से को हुए मारपीट के मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है. इंस्पेक्टर पवन कुमार की पत्नी, साले और सरहज को जेल भेजा है. मौके से फरार भतीजे सहित दो की तलाश की जा रही है. बीमारी बताकर छुट्टी पर चल रहे इंस्पेक्टर पवन कुमार की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं. बवाल का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

थाना प्रभारी रकाबगंज शैली राणा के सरकारी आवास पर की शाम बवाल हुआ था. इंस्पेक्टर पवन कुमार उनके घर रुके थे. मेरठ से पवन कुमार की पत्नी अपने भाई, भाभी, भतीजे और बेटे के साथ आई थी. आते ही सभी ने बवाल किया था. शैली राणा और पवन कुमार के साथ मारपीट की थी. हंगामा होने पर रकाबगंज थाने से पुलिसकर्मी आ गए थे. किसी ने उन्हें रोकने का प्रयास नहीं किया था. पुलिस ने खुद मारपीट के वीडियो बनाए थे. डीसीपी सिटी सूरज राय ने इस मामले में दो दरोगा, तीन मुख्य आरक्षी और तीन सिपाहियों के खिलाफ कार्रवाई की थी.

जानलेवा हमले में नहीं मिला रिमांड

दो इंस्पेक्टरों से मारपीट मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया. पुलिस ने शैली राणा की तहरीर पर बवाल, मारपीट, गाली-गलौज, जानलेवा हमले की धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया था. मुकदमे में उन्होंने लिखाया था कि आरोपियों ने उनका गला दबाया. मेडिकल में जानलेवा हमले से संबंधित कोई चोट नहीं आई. एसीपी सदर सुकन्या शर्मा ने बताया कि रिमांड जानलेवा हमले की धारा को छोड़कर अन्य धाराओं में स्वीकृत हुआ. जानलेवा हमले की धारा अभी हटी नहीं है. विवेचना में उसके साक्ष्य जुटाए जाएंगे.

मां के साथ आया था बेटा, नहीं की मारपीट

एसीपी सदर सुकन्या शर्मा ने बताया कि इंस्पेक्टर शैली राणा को निलंबित किया गया था. उनकी तहरीर पर बवाल, हत्या का प्रयास, मारपीट, गाली-गलौज आदि की धारा के तहत मुकदमा लिखा गया. पुलिस ने मौके से मवाना रोड, मेरठ निवासी इंस्पेक्टर की पत्नी गीता नागर, सरहज सोनिका व साले ज्वाला सिंह को पकड़ा था. तीनों को जेल भेज दिया गया. इंस्पेक्टर का बेटा अधिराज भी मां के साथ आया था. उसने मारपीट नहीं की थी.

सोशल मीडिया पर रील और वीडियो वायरल

घटना सोशल मीडिया पर सुर्खियों में बनी हुई है. लोग इंस्पेक्टर शैली राणा के पक्ष और विपक्ष में कमेंट कर रहे हैं. कुछ लोगों ने लिखा कि पुलिस के सामने इंस्पेक्टर से मारपीट होती रही इससे ज्यादा शर्मनाक कोई और बात नहीं हो सकती थी. पुलिस चाहती तो यह मामला इतना तूल नहीं पकड़ता. पुलिस को थाने में बैठाकर पंचायत करानी चाहिए थी. वहीं कुछ लोगों ने इंस्पेक्टर शैली राणा की पुरानी रील्स और मारपीट के वीडियो को जोड़कर पोस्ट डाली हैं.

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