Agra: गंदगी पर शराब ठेकों और अन्य का होगा चालान

"ब्लैक लिस्टेड होगी फर्म"

Update: 2025-01-01 06:12 GMT

आगरा: महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने ताजगंज जोन में औचक निरीक्षण किया. कलाल खेरिया में तालाब के निर्माण कार्य को देखकर और ताजनगरी फेस-2 में गंदगी देखकर महापौर नाराज हो गईं. उन्होंने नगरायुक्त को समय से कार्य न करने पर अर्थदंड लगाने और काली सूची में डालने के निर्देश दे दिए. स्वच्छता कार्य में लापरवाही बरतने के लिए भी महापौर ने जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.

महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने सुबह ताजगंज जोन के अंतर्गत ताज नगरी फेस-1 और फेस-2, बसई मंडी, कुंआखेड़ा, तौहरा, कलाल खेरिया क्षेत्र में औचक निरीक्षण किया. ताजनगरी फेस-2 में मुख्य मार्ग पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त पाया गया, जिस पर अनाधिकृत रूप से डलावघर बना है, इस कारण पूरे मार्ग पर गंदगी का अंबार पाया गया. डलावघर को तत्काल प्रभाव से हटाने एवं सड़क मरम्मत कराये जाने के निर्देश दिए. महापौर ने नगरायुक्त को पत्र लिखकर क्षेत्र में सफाई कार्य कर रही प्राइवेट फर्म के विरुद्ध कार्रवाई करने और सफाई व्यवस्था में उच्चकोटि का सुधार तत्काल लाने के निर्देश दिए.

इसके बाद महापौर तौहरा स्थित होटल जेपी पैलेस के पीछे मार्ग का निरीक्षण करने पहुंची. यहां पर गंदगी और क्षतिग्रस्त सड़क और नालियां अवरुद्ध पाई गईं. इस संबंध में मौके पर पहुंचे निगम कर्मियों को तत्काल सुधार करने के निर्देश दिए गए. इसके बाद महापौर कलाल खेरिया पहुंची. यहां पर गाटा संख्या 203 पर निर्मित तालाब के कार्य की स्थिति असंतोषजनक मिलने पर महापौर नाराज हो गईं. मौके पर मौजूद निगम के अधिकारियों ने बताया कि कार्य कर रही फर्म द्वारा निविदा की शर्त के अनुसार निर्धारित अवधि में कार्य पूर्ण नहीं किया गया है. महापौर ने इस संबंध में नगरायुक्त को पत्र लिखकर फर्म के विरुद्ध अर्थदंड लगाने और काली सूची में डालने के निर्देश दिए.

ठेल-ढकेल व दिहाड़ी मजदूरों ने बताया अपना दर्द निरीक्षण के दौरान बसई मन्डी, कुंआ खेड़ा, कलाल खेरिया क्षेत्र में महापौर ने दिहाड़ी मजदूर और ठेल-ढकेल आदि लगाने वाले लोगों से बात की. उनके द्वारा अवगत कराया गया कि उनका नगर निगम एवं पुलिस प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाये जाने के नाम पर उत्पीड़न/ शोषण कर बेराजगार किया जा रहा है. महापौर ने दिहाड़ी मजदूरों को आश्वस्त किया कि उनके हितों को ध्यान में रखकर नगर निगम द्वारा पहल की जायेगी. महापौर ने इस संबंध में भी नगरायुक्त को पत्र लिखकर कहा कि यदि दिहाड़ी मजदूरों ठेल-ढकेल वालों को हटाया जायेगा तो सम्भवत वे अपने परिवारों का भरणपोषण करने में असमर्थ होगें . ऐसी स्थिति में दिहाडी मजदूरों के हितों को ध्यान में रखते हुए उनको रोजगार दिलाये जाने के उददेश्य से इस प्रकार ठेल-ढकेल को लगवाया जाये कि मार्गों पर किसी प्रकार का अतिक्रमण न होने पाये और इनको रोजगार चलाने में कोई कठिनाई भी न हो.

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