Agra: तेज बुखार चार दिन न उतरे, टाइफाइड और मलेरिया की जांच कराए
बुखार के साथ दूसरी दिक्कतें भी हैं तो किसी जांच की कोई जरूरत नहीं
आगरा: इन दिनों फ्लू का जोर है. तेज बुखार के साथ दूसरी दिक्कतें भी हैं. सिर्फ तेज बुखार हैं और चार दिनों में नहीं उतर रहा है. ऐसे में टाइफाइड और मलेरिया की जांच करानी चाहिए. अगर बुखार के साथ दूसरी दिक्कतें भी हैं तो किसी जांच की कोई जरूरत नहीं है.
एसएन मेडिकल कालेज के वरिष्ठ फिजीशियन डा. आशीष गौतम के मुताबिक इन दिनों इन्फ्लूएंजा फ्लू में तीन से चार दिन हाई ग्रेड बुखार रहता है. साथ में जुकाम, खांसी, गले में दर्द, निगलने में दिक्कतें हैं. सबसे ज्यादा गला परेशान कर रहा है. यह सभी लक्षण सामान्य फ्लू के हैं. इनमें किसी तरह की जांच कराने की जरूरत नहीं है. इसे ठीक होने में छह से सात दिन लग रहे हैं. इलाज भी सिम्टोमैटिक यानि लक्षणों पर आधारित है. जैसे कि खांसी है तो कफ सीरप, गले को साफ करने के लिए स्टीम का प्रयोग किया जा सकता है. खानपान में अदरक लें और गरारे किए जा सकते हैं. इसी इलाज से मरीज ठीक हो जाता है. बुखार उतरने में तीन से चार दिन और शेष लक्षणों से निजात मिलने में छह से सात दिन लग रहे हैं. तब तक मरीजों को धैर्य रखना होगा. इन सभी के अलावा किसी अंग विशेष में खास परेशानी होने पर डाक्टर उसकी जांच लिख सकते हैं. फ्लू में रक्त, पेशाब की जांच या एक्सरे आदि कराने की कोई जरूरत नहीं है.
बढ़ गई दिक्कत लगातार चल रही बारिश ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं. बारिश जनित बीमारियों के चलते एसएनएमसी और जिला अस्पताल में पहुंच रहे लोग ज्यादातर इससे ही ग्रसित नजर आ रहे हैं.
बरसाती और छाते का प्रयोग करें: अगर चार पहिया वाहन नहीं है और बाहर निकल रहे हैं तो बरसाती या छाता साथ में जरूर होना चाहिए. भीगने पर भी संक्रमण तेजी के साथ पकड़ लेता है. बुखार, जुकाम के साथ त्वचा संबंधी बीमारियां भी झपट्टा मार सकती हैं. इनमें खाज, खुजली, दाद, चकत्ते या पपड़ियां जैसी पड़ सकती हैं. गीले कपड़ों में अधिक देर तक नहीं रहें, भीगने पर तत्काल सुखाएं.
एंटीबायोटिक/पेन किलर से बचें: बुखार के लिए लोग सामान्य तौर पर 500 या 650 एमजी पैरासिटामोल ले लेते हैं. इसमें कोई बुराई नहीं है. लेकिन इसके साथ कैमिस्ट से किसी भी तरह का पेन किलर या एंटीबायोटिक लेने की जरूरत नहीं है. इससे रोग ठीक होने की बजाए बिगड़ सकता है. अगर चार दिनों तक बुखार नहीं उतर रहा है तो अच्छे फिजीशियन को दिखाने की जरूरत है.
इस सीजन बुखार के साथ गले की परेशानियां अधिक हैं. इनमें किसी जांच की जरूरत नहीं है. दवाइयों के साथ कफ सीरप, भाप लेने, अदरक का प्रयोग करने से फ्लू ठीक हो जाएगा. केवल बुखार आने पर ही मलेरिया और टाइफाइड की जांच करानी चाहिए.
डा. आशीष गौतम, वरिष्ठ फिजीशियन एसएनएमसी.
बुखार होने पर मास्क जरूर लगाएं: इन दिनों परिवार के परिवार फ्लू की चपेट में आ रहे हैं. परिवार में किसी एक को फ्लू हुआ है तो धीरे-धीरे सभी सदस्य चपेट में आएंगे. इसलिए जिसे भी बुखार आए वह मास्क का प्रयोग करे. यह कोविड वायरस की तरह मैन-टू-मैन फैल रहा है. भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सामान्य लोगों को भी मास्क लगाना चाहिए. हाथों को बार-बार धोना भी चाहिए.