Agra: खुलासा: नाथ संप्रदाय का बाबा ही निकला चैतन्यनाथ की हत्या का आरोपी

उनके भाई बाबा बालकनाथ के एक मात्र उत्तराधिकारी थे.

Update: 2024-06-07 05:27 GMT

आगरा: सदर स्थित लालनाथ समाधि मठ के मठाधीश योगी चैतन्यनाथ की हत्या किसी बाहर वाले नहीं बल्कि नाथ संप्रदाय से जुड़े बाबा ने की थी. पुलिस ने हत्यारोपी को बिहार से पकड़ा. उसे जेल भेज दिया गया. हत्या के बाद उसने कमरे से कैश भी लूटा था. वहीं दूसरी तरफ चैतन्यनाथ के भाई खुलासे से नाखुश हैं. उनका आरोप है कि हत्या के पीछे वजह गद्दी है. उनके भाई बाबा बालकनाथ के एक मात्र उत्तराधिकारी थे.

12 को नामनेर स्थित लालनाथ समाधि मठ में माठधीश योगी चैतन्यनाथ का रक्त रंजित शव मिला था. बिना पुलिस को सूचना दिए शव को समाधि दे दी गई थी. चैतन्यनाथ के भाई मुन्ना मिश्रा के आरोप पर शव समाधि से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम कराया गया था. पोस्टमार्टम में मौत की वजह सिर पर गंभीर चोट आई थी. सिर की हड्डी भी टूटी मिली थी.

डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि जिला सहरसा (बिहार) निवासी अक्षय गुप्ता उर्फ बालयोगी मदननाथ को पुलिस ने उसके घर से ही पकड़ा. करीब डेढ़ साल पहले अक्षय गुप्ता ने दीक्षा ली थी. वह सीकर (राजस्थान) स्थित मठ में रह रहा था. सोनीपत (हरियाणा) स्थित नाथ संप्रदाय के अखाड़े से जुड़ा है. लालनाथ मठ में भी आया करता था. चैतन्य नाथ उसके रुकने का इंतजाम करा देते थे. पुलिस को सर्विलांस की मदद से आरोपित का सुराग मिला. हत्या के बाद योगी चैतन्यनाथ का मोबाइल गायब मिला था. पुलिस उसी मोबाइल से आरोपित तक पहुंची. आरोपित को बिहार से आगरा लाया गया. हत्यारोपी अक्षय गुप्ता ने बताया कि उसने 10 की दोपहर करीब एक बजे हत्या की थी. हत्या के बाद में कमरे में रखा कैश लूटा. ट्रेन पकड़कर दिल्ली पहुंच गया. वहां से शिमला गया. शिमला घूमने के बाद ट्रेन से बिहार पहुंचा. इस दौरान हत्यारोपी ने योगी चैतन्यनाथ के मोबाइल से एक फोन अपने घर पर कर लिया था. पुलिस को यही से उसके बारे में जानकारी हुई.

भाई बोला गद्दी का विवाद, कई शामिल: योगी चैतन्यनाथ का भाई मुन्ना मिश्रा खुलासे से संतुष्ट नहीं है. उसका कहना है कि पुलिस ने सिर्फ मोहरे को जेल भेजा है. इस खेल में कई लोग शामिल हैं. उसकी शिकायत पर ही शव समाधि से निकाला गया था. पोस्टमार्टम हुआ था. उसके भाई योगी बाबा बालकनाथ के एकमात्र उत्तराधिकारी थे. हत्या की वजह गद्दी और संपत्ति है.

अभद्रता पर डंडा मारकर की हत्या: बालयोगी अक्षय गुप्ता ने चैतन्यनाथ ने उसके साथ गलत हरकत की थी. उसे गुस्सा आ गया था. चैतन्यनाथ ने उसे अपमानित किया. गुस्से में उसने डंडा उठाकर उनके सिर पर कई प्रहार किए. वह मौके पर ही गिर पड़े. उनकी मौत हो गई. भागने से पहले उसने कैश समेटा. कैश गिना नहीं था. उसी कैश से इतने दिनों से खर्चा चल रहा था.

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