Agra: कंपनियों ने पैकिंग उत्पादों के दाम नहीं बढ़ाए पर वजन घटा दिया

Update: 2024-12-02 05:26 GMT

आगरा: महंगाई सिर चढ़कर बोल रही है. कंपनियां लोकप्रिय उत्पादों के रेट बढ़ा नहीं पा रहीं. इसलिए उनके वजन को कम किया जा रहा है. एक बड़े ब्रांड की कॉफी को ही लीजिए. कुछ अरसा पहले कंपनी ने 1.4 ग्राम कॉफी पाउच को दो रुपये में पेश करते हुए दावा किया था कि यह मात्र एक मग के लिए पर्याप्त है. अब इस पाउच का वजन कम होकर 0.9 ग्राम रह गया है. दाम अभी भी दो रुपये है. लेकिन उपभोक्ता को यह समझना मुश्किल हो रहा है कि पहले और अब में स्वाद में फर्क क्यों आ रहा है. पाउच पर अंकित जानकारियों को पढ़ने में दिलचस्पी न रखने वालों को यह पता ही नहीं लगा कि वजन में 35 फीसदी की कमी आ चुकी है.

एक बड़ा उदाहरण टोस्ट का है. बीते एक महीने के अंदर सभी बड़े ब्रांड ने वजन कम कर दिए हैं. बिक्री रेट वही है. अत्यधिक लोकप्रिय लोकल टोस्ट 25 रुपये में 200 ग्राम का पैक बिक रहा था. नई पेकिंग ढीली है, क्योंकि इसमें टोस्ट का वजन 160 ग्राम रह गया है. इसी प्रकार 400 ग्राम के टोस्ट के पैकेट 330 से 340 ग्राम के होकर रह गए हैं. एक जानी मानी नमकीन का भी पैकेट 400 ग्राम से कम होकर 300 ग्राम के स्तर पर आ चुका है.

पांच रुपये में बिकने वाले नमकीन के पैक में माल 17 ग्राम तक पहुंच चुका है. जबकि इस वैराइटी में 25 ग्राम तक नमकीन हुआ करती थी.

बिस्कुट में भी वजन की बड़े पैमाने पर कमी आई है. सभी कंपनियों ने दाम वहीं रखे हैं, लेकिन उसमें माल कम कर दिया है. पांच रुपये बिक्री वाले अधिकतर बिस्कुट के पैक 28 ग्राम से 35 ग्राम तक आ चुके हैं. आम आदमी के बिस्कुट का दावा करने वाले ब्रांड ने भी वजन कम कर 50 ग्राम कर दिया है.

ब्रेड में महंगाई: सात सौ ग्राम की ब्रेड का रिटेल दाम 55 से बढ़ा कर 60 कर दिया गया है. वहीं 350 ग्राम की ब्रेड 30 रुपये से बढ़ा कर 35 रुपये कर दी गई है. ब्राउन ब्रेड में दस फीसदी वृद्धि कर दाम 55 रुपये कर दिए गए हैं. आटा ब्रेड का 350 ग्राम का पैक 55 रुपये से बढ़ा कर 60 कर दिया गया है.

वजन की मार ज्यादा महंगी: टोस्ट का एक ब्रांड बीते दो हफ्ते पहले तक 25 रुपये में 200 ग्राम मिला करता था. कंपनी ने दाम वही रखे, वजन 160 ग्राम कर दिया. एक बारगी तो खरीदार वजन की कमी ही नहीं पकड़ पाते. जो देख लेते हैं तो उनको लगता है कि 20 फीसदी वजन कम होने से जेब पर असर इतना ही होगा. वास्तविकता यह है कि यह टोस्ट पहले खरीदार को 125 रुपये किलो पड़ता था. वजन कम करने के बाद यह लागत 156.25 रुपये प्रति किलो हो गई. कुल असर 25 फीसदी पड़ेगा.

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