इलाहाबाद न्यूज़: अगले साल नई आबकारी नीति लागू होने के बाद बीयर के शौकीनों की जेब पर बोझ बढ़ सकता है. आबाकारी विभाग नए वित्तीय वर्ष में बीयर के दाम बढ़ाने की तैयारी कर रहा है. विभाग के प्रस्ताव को कैबिनेट से मंजूर मिली तो दाम बढ़ जाएगा. यह वृद्धि दो साल के बाद होगी.
कोरोना काल में जब लोग सर्दी-जुकाम से बच रहे थे तब प्रदेशभर में बीयर की बिक्री अप्रत्याशित रूप से घट गई थी. बीयर के कारोबार को प्रोत्साहित करने के लिए आबकारी विभाग ने टैक्स कम कर दिया था, जिससे दाम 20 रुपये प्रति केन कम हो गए थे. वर्तमान वित्तीय वर्ष में जबकि कोरोना का प्रभाव बेहद कम रहा, बीयर की बिक्री में बहुत अधिक बढ़ोतरी हुई. अधिकारियों के मुताबिक अंग्रेजी शराब की बिक्री में 60 फीसदी तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई जबकि बीयर की बिक्री में इससे बीस प्रतिशत ज्यादा यानी 80 फीसदी तक का उछाल आया है. गर्मी के दिनों में तो अप्रत्याशित वृद्धि हो गई थी. कारोबारियों की तरफ से लगातार मांग हो रही है कि दाम में बढ़ोतरी की जाए. जिसके आधार पर दाम में वापस बढ़ोतरी का प्रस्ताव तैयार हुआ है. विभाग की बैठक में वृद्धि का प्रस्ताव रखा जाएगा.
पिछली बार सस्ती शराब तो महंगी हुई थी, लेकिन महंगी शराब के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया था. यानी अंग्रेजी शराब का वो पव्वा जिसकी कीमत 150 रुपये से कम थी, उसके दाम बढ़े थे, लेकिन जिस पव्वे की कीमत 150 रुपये से अधिक थी, उसके दाम नहीं बढ़ाए गए थे. इसकी कीमत में इस बार 10 रुपये प्रति पव्वा की बढ़ोतरी संभव है.