विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद निकाय चुनाव की तैयारी में जुटी BSP, जानिए पूरी प्लानिंग

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद अपने सियासी वजूद के लिए लड़ रही बहुजन समाज पार्टी राज्य में होने वाले निकाय चुनाव की तैयारियों में जुट गई है.

Update: 2022-05-07 02:08 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections )में मिली हार के बाद अपने सियासी वजूद के लिए लड़ रही बहुजन समाज पार्टी ( BSP) राज्य में होने वाले निकाय चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. इसके लिए पार्टी ने निकाय चुनाव मजबूती से लड़ने के लिए रोडमैप तैयार करना शुरू कर दिया है. बताया जा रहा है कि बीएसपी इस बार मेयर और अध्यक्ष पद के लिए पार्टी के कैडर नेताओं को मैदान में उतार सकती है. क्योंकि 2017 के निकाय चुनाव (Civic Elections) में बीएसपी ने दो नगर निगमों में कब्जा कर सबको चौंका दिया था. लिहाजा बीएसपी निकाय चुनाव को टेस्ट मानकर मिशन-2024 की जमीन तैयार करना चाहती है.

राज्य में निकाय चुनाव होने हैं और इसके लिए नगर विकास विभाग की तरफ से परिसीमन और नए वार्डों के गठन के लिए कार्रवाई शुरू हो गया है. आबादी बढ़ने के साथ ही माना जा रहा है कि नगर निगमों में वार्डों की संख्या में इजाफा होगा. हालांकि नगर निगम की संख्या में इजाफा नहीं हुआ है और इस बार भी राज्य में मेयर की 17 सीटों के लिए चुनाव होना है. साल 2017 के नगर निगम चुनाव में बीएसपी ने अलीगढ़ और मेरठ की मेयर सीट जीतकर सबको चौंका दिया था. लिहाजा इस बार विधानसभा चुनाव हारने के बाद पार्टी को निकाय चुनाव में बड़ी उम्मीद है. इसके जरिए पार्टी अपना खोया हुआ जनाधार वापस लाने की रणनीति पर काम कर रही है.
युवाओं और महिलाओं पर फोकस कर रही है बीएसपी
बीएसपी ने राज्य में होने वाले नगर निगम चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है. मेयर की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवारों का चयन शुरू कर दिया है और इसके लिए पार्टी जातीय समीकरण साध रही है. जिसके तहत ही मेयर के पदों के लिए टिकट दिए जाएंगे और उम्मीदवारों को मैदान में उतारा जाएगा. आमतौर पर माना जाता है कि मेयर का चुनाव एक सांसद के बराबर मतदाता द्वारा किया जाता है.
कैडर के नेताओं को मैदान में उतारेगी बीएसपी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बीएसपी ने निकाय चुनाव के लिए रणनीति तैयार की है और इसके तहत टिकट वितरण में युवाओं और महिलाओं को पहली प्राथमिकता दी जाएगी. जबकि पार्टी के कैडर के नेताओं को भी टिकट में तवज्जो मिलेगी. मेयर और अध्यक्ष पद के लिए कैडर नेताओं को मैदान में उतारा जाएगा और इसके लिए जातीय समीकरणों का भी ख्याल रखा जाएगा. बीएसपी निकाय चुनाव के जरिए अगले लोकसभा चुनाव के लिए जमीन तैयार करने की रणनीति के तहत निकाय चुनाव की तैयारी कर रही है.
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