गुजरने के बाद बहू ने बरकरार रखा स्वाद, सड़क किनारे लगा रहीं रेहड़ी

Update: 2022-07-12 09:11 GMT

बाबू जी कहां हैं...फिरोजाबाद के दंपती ने स्कॉर्पियो की खिड़की को आधा नीचे कर जब महिला से पूछा तो ठेल पर कांजी-बड़े तैयार कर रही महिला की आंखों में आंसू आ गए। साड़ी के पल्लू से आंसू पोंछते हुए महिला बोली, उन्हें दुनिया से विदा हुए एक साल से ज्यादा समय हो गया। अब वो उनकी विरासत संभाल रही हैं। कोरोना काल के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर एक ब्लॉगर की वजह से आगरा के कांजी-बड़े वाले बाबा को काफी सुर्खियां मिली थीं।

बात हो रही है कमला नगर की प्रोफेसर कॉलोनी के पार्क के बाहर कांजी-बड़े बेचने वाली महिला बबली कुशवाहा की। बबली, कांजी बड़े वाले बाबा नारायण सिंह की बहू हैं। सात जून 2021 को ससुर के निधन के बाद से कांजी-बड़े के स्वाद को बरकरार रखने की जिम्मेदारी बबली ने उठा रखी है।

बबली उसी स्थान पर ठेल लगाती हैं, जहां उनके ससुर लगाते थे। शाम छह बजे से रात दस बजे तक ठेल पर वह कांजी बेचती हैं। हर रोज एक नया व्यक्ति बाबा के बारे में जरूर पूछ लेता है। बबली ने बताया कि हर बार 100 दिन पूरे होने पर पहले आने वाले दस ग्राहकों को मुफ्त में कांजी-बड़ा खिलाती हैं। सात जून को 400 दिन पूरे होने पर भी यह परंपरा कायम रखी।

बबली ने बताया कि जिस स्थान को बाबा के समय चमका दिया गया था, वह आज भी वैसा ही है। दिक्कत है कि ठेल वाले स्थान पर लाइट खराब रहती है। कभी जलती है, कभी नहीं जलती। यदि ठीक हो जाती तो दुकानदारी अच्छी होती।

कोरोना के दौरान आर्थिक तंगी झेल रहे कांजी बड़े वाले बाबा नारायण सिंह का वीडियो कोरोना काल के बाद धनिष्ठा ने इंस्टाग्राम पर वायरल किया था। उन्होंने वीडियो शेयर करते हुए लिखा था कि कांजीबड़े वाले बाबा के स्टाल पर आप लोग भी यहां आएं, खाएं और उनकी मदद करें। जितना आप कर सकते हैं। तब इसे हजारों लोगों ने देखा था।

रेहड़ी पर कांजी बड़े बेचते 90 वर्षीय बाबा का वीडियो फिल्म अभिनेत्री स्वरा भास्कर सहित हजारों ने लोगों ने ट्विटर पर साझा भी किया था। सभी ने कांजीबड़े वाले बाबा की मदद के लिए लोगों से मदद की थी। अब कांजी बड़े वाले बाबा की रेहड़ी उनकी बहू संभाल रही है।

Tags:    

Similar News

-->