झाँसी न्यूज़: आजादपुरा मुहल्ला में सरकारी नाले और कुआ पर अवैध कब्जे के बावजूद फर्जी रिपोर्टिंग करने वाले लापरवाह राजस्व कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ जिलाधिकारी ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. उन्होंने उप जिलाधिकारी सदर को आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए.
जहां एक ओर मुख्यमंत्री सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जों को लेकर बेहद गंभीर हैं तो वहीं जनपद में तमाम राजस्व कर्मचारी व अधिकारी नाला, कुआ पर अवैध कब्जा करवा रहे हैं. मुहल्ला आजादपुरा में एक बहुचर्चित प्रकरण सामने आया है. जिसमें भू-स्वामी ने पहले तो बिना मानचित्र पास कराए अवैध कालोनी विकसित कर दी. वहीं भूमि के पास से निकले प्राचीन नाले को पाटकर उसके स्वरूप में बदलाव कर दिया और तमाम व्यक्तियों
को इस जमीन की रजिस्ट्री कर दी. माफिया के इशारे पर जमीन मालिक ने सुनियोजित ढंग से पचास फीट चौड़े नाले का स्वरूप बदल डाला. फिलहाल इस नाले पर कई मकान बनाए जा चुके हैं. इस संबंध में शिकायत मिलते ही उप जिलाधिकारी सदर अमित कुमार भारतीय ने नायब तहसीलदार ललित पांडेय व विभागीय टीम के साथ मौका मुआयना किया. इस दौरान कई मकान नाले की जमीन पर बने मिले. एक मकान प्राचीन कुआ के ऊपर बना हुआ पाया गया. यह देख उप जिलाधिकारी ने अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए. इसके बाद उन्होंने जिलाधिकारी को इस मामले से अवगत कराते हुए बताया कि पड़ताल के दौरान तत्कालीन कई राजस्व कर्मियों व अफसरों की भूमिका संदिग्ध पायी गयी. उनकी आख्या में अवैध कब्जे को छिपाने का प्रयास किया गया.