रामपुर में बिलासपुर तहसील क्षेत्र में सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष के होटल पर कार्रवाई करते हुए मंगलवार को स्थानीय प्रशासन ने होटल को ढहा दिया। उधर, इस कार्रवाई का विरोध कर रहे सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ने प्रशासन पर कई आरोप लगाए। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होनें के बाद से ही मुख्यमंत्री के आदेश अनुसार अवैध निर्माण के विरुद्ध कार्रवाई लगातार जारी है। इसी बीच मंगलवार को एसडीएम मयंक गोस्वामी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। इसके बाद टीम ने कई जगह अवैध निर्माण के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए राजस्व भूमियों को कब्जा मुक्त करवाया।
इस दौरान टीम ने शिकायत मिलने पर सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष उज्ज्वल दीदार सिंह साबी के होटल को भी ढहा दिया। नैनीताल हाईवे स्थित कौशल गंज के पास अपना पंजाब के नाम से बने इस होटल को प्रशासन अवैध बता रहा है। इसकी वजह से उस पर कार्रवाई की गई। उधर, जब होटल गिराने की सूचना सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष को मिली तो वह अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंच गए, लेकिन तब तक प्रशासनिक अधिकारी मौके से जा चुके थे।
एसडीएम ने बताया कि हाईवे की जद में आई भूमि का मुआवजा मिलने के बावजूद भी कुछ लोग भूमि को कब्ज़ा मुक्त करने के लिए तैयार नहीं थे। उन्होंने भूमि पर अवैध कब्जा कर रखा था, जिसकी वजह से यह कार्रवाई की गई। सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष से सबंधित कोई भी जानकारी उनके पास नहीं है। वहीं, इस कार्रवाई को सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष उज्जवल दीदार सिंह साबी ने पूर्णतया राजनीति से प्रेरित, लोकतंत्र का अपमान तथा कानूनों का उल्लंघन बताया है।
उनका कहना है कि न्यायालय से स्टे होने के बावजूद भी राज्यमंत्री की शह पर प्रशासन ने एनएचएआई से यह गैर-जिम्मेदाराना कार्रवाई कराई है। वह उनके होटल को गिराकर उन्हें आर्थिक तौर पर कमजोर बनाना चाहते हैं, लेकिन वह चुप नहीं बैठेंगे। सारे कागज उनके पक्ष में हैं। वह किसी दबाव में आने वाले नहीं हैं और इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट तक जाने से भी नहीं हिचकेंगे।