नूंह की यात्रा पूरी करेंगे आचार्य परमहंस

जेहादियों को संरक्षण देने वालों की सम्पत्ति जप्त हो

Update: 2023-08-17 04:49 GMT

फैजाबाद: राम मंदिर समेत विभिन्न मसलों पर सुर्खियां बटोरने वाले तपस्वी छावनी के महंत आचार्य परमहंस दास ने ऐलान किया कि वह हरियाणा के मेवात में जेहादियों के हमले व आगजनी में मारे गये निर्दोष हुतात्मा श्रद्धालुओं का विधिपूर्वक अंतिम संस्कार करने का ऐलान किया है. इसके लिए वह अयोध्या से रामराज एवं सरयू जल साथ लेकर जाएंगे. इसके साथ नूंह के मंदिरों की अधूरी यात्रा को पूरी कर भगवान से सुख शांति व देश में सद्भाव के लिए प्रार्थना करेंगे.

आचार्य परमहंस ने तपस्वी छावनी के प्रांगण में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि जेहादियों ने सुनियोजित षड्यंत्र कर निर्दोष श्रद्धालुओं पर न केवल जान लेवा हमला किया. गोलियां बरसाई और आगजनी कर लोगों को जिंदा जला दिया. इनमें अधिकांश लोगों की पहचान नहीं हुई जिसके कारण उनके परिजन अंतिम संस्कार नहीं कर सके. उन्होंने कहा कि अंतिम संस्कार नहीं होने से मृतात्मा एं भटक रही है. उन भटकी आत्माओं की शांति के लिए शास्त्रत्त्ीय रीति से कर्म कांड किया जाना चाहिए. वह कर्म कांड करने के लिए मैं जाऊंगा.

सनातनियों से जुड़ने की अपील उन्होंने सनातनियों से अपील भी की कि जो भी उनके साथ यात्रा में शामिल होना चाहते हैं, वह लोग वहां पहुंचे. उन्होंने बताया कि वह 28 अगस्त को मेवात पहुंचेंगे. उन्होंने कहा कि साधु हूं, इस कार्य में जान गयी तो भी मुझे परवाह नहीं है.

जेहादियों को संरक्षण देने वालों की सम्पत्ति जप्त हो

महंत परमहंस आचार्य ने कहा कि जेहादियों पर हो रही पुलिस की कार्यवाही के विरोध में कुछ लोग उतर आए हैं और एक तरफा कार्यवाही का आरोप लगाकर दोषियों का बचाव करने में लगे हैं. यह लोग गौ रक्षक मोहित यादव उर्फ मोनू मानेसर व बिट्टू बजरंगी की आड़ लेकर जेहादियों को बचाने के लिए माहौल बना रहे हैं जबकि सच्चाई यह है कि उनकी कोई भूमिका नहीं थी बल्कि उन लोगों ने दर्शन पूजन के लिए आने की बात कही थी. उन्होंने कहा कि हिन्दू मंदिर में दर्शन कर सकता है यह उसका अधिकार है. यदि वह मस्जिद में जाने की बात करता तो भड़काऊ बात करने का अपराध होता लेकिन मंदिर में जाने की बात करने से ही लोगों का उत्तेजित होना समझ से परे है.

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