इलाहाबाद न्यूज़: बीते तीन दिन में चार छात्र गंगा में डूब चुके हैं. चार परिवारों में मातम छाया है. न कोई एफआईआर और न ही शिकायत. दो छात्रों के परिजन अपने कलेजे के टुकड़े के शव को लेकर जा चुके हैं. दो परिवार बेटों की तलाश में लगे हैं.
अब सवाल ये है कि इन चारों छात्रों के डूबने के लिए जिम्मेदार कौन है? क्या सिर्फ उन छात्रों की गलती है, जो गंगा में नहाने के लिए चले गए? क्या उन परिजनों की गलती है, जिन्हें बच्चों के जाने की जानकारी नहीं हुई? या फिर इन हादसों के लिए वह व्यवस्था भी जिम्मेदार है, जिसके तहत घाटों पर सुरक्षा के कोई उपाय नहीं हैं. यहां तक कि साइन बोर्ड तक नहीं लगे हैं.
हैरानी की बात यह है कि बार-बार हो रही इन घटनाओं के बाद भी पुलिस और प्रशासन की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया. पहली बार नहीं हुआ कि फाफामऊ घाट पर छात्र डूब गए हों. इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं. ये हाल तब है जब गंगा में पानी कम है. बीते को एमएनएनआईटी के छात्र विकास और दीपेंद्र कॉलेज कोटेश्वर घाट पर नहाने चले गए और वहीं पर डूब गए. दोनों छात्रों के लिए तीन दिन तक तलाशी अभियान चला. विकास का और दीपेंद्र का गंगा में शव मिला. इस घटना के बाद सुबह ही कृष्णा और चाहत के डूबने की खबर से हड़कंप मच गया. अब सवाल ये है कि फाफामऊ घाट के दोनों तरफ होने वाली इन घटनाओं को कैसे रोका जाए.
जल पुलिस प्रभारी कड़ेदीन यादव के मुताबिक जल पुलिस ने सभी प्रमुख घाटों पर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया है. संगम नोज, रामघाट, काली सड़क, अरैल, छतनाक पर गोताखोर और पीएसी की ड्यूटी रहती है. फाफामऊ घाट पर भी वाटर डीप बैरिकेडिंग की गई है. वहां पर गोताखोर लगाए गए हैं.
..तो क्या खेल-खेल में चली गई दो छात्रों की जान
पूछताछ शुरू हुई तो पता चला कि पानी में वॉलीबाल खेलने के दौरान एक छात्र ने दोनों को कंधे पर बैठाकर घुमा रहा था, उसी यह हादसा हुआ. छात्रों के डूबने की खबर मिलते ही जल पुलिस प्रभारी कड़ेदीन यादव भी पहुंच गए. वहां पर मौजूद अन्य छात्रों से जल पुलिस और थाने की पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि नहाने के दौरान छात्र वॉलीबाल खेलने लगे थे.
कृष्णा और चाहत के डूबने से मचा रहा कोहराम
चाहत द्विवेदी गुरुकुल मांटेसरी इंटर कॉलेज में 12वीं का छात्र था. उसके पिता शिवमूर्ति द्विवेदी यूपी पुलिस में दरोगा हैं. चंदौली में उनकी तैनाती है. परिवार में मां गुड़िया और दो बहनें प्रिया व काजल हैं. वह दो बहनों में इकलौता भाई था. कृष्णा के पिता लोकेश मिश्र अधिवक्ता हैं. परिवार में मां रीता, बड़ा भाई वैभव और बहन वैशाली है. दोनों के परिवार में कोहराम मचा है.