दशलक्षण महामहोत्सव पर TMU कैंपस में बहेगी आस्था की बयार

Update: 2024-09-07 12:01 GMT
Moradabad: तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद में जिनालय से लेकर रिद्धि-सिद्धि भवन तक पर्वाधिराज दसलक्षण महामहोत्सव की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। 08 सितंबर से दस दिन तक टीएमयू कैंपस में आस्था की बयार बहेगी। इन दस दिनी दसलक्षण महापर्व में 03 दिन अति महत्वपूर्ण हैं। भगवान पुष्पदंत मोक्ष कल्याणक महोत्सव विधि-विधान से 11 सितंबर को होगा।  जिनवाणी विधान- 15 सितबंर को होगा। 17 सितंबर को अनन्त चौदस पर भगवान वासुपूज्य मोक्ष कल्याणक महोत्सव कार्यक्रम होगा। ये सभी कार्यक्रम शिखर जी
से आए प्र
तिष्ठाचार्य ऋषभ जैन शास्त्री जी के सानिध्य में होंगे। भोपाल से सिद्धार्थ जैन एंड पार्टी अपनी भक्तिमय सुर और साज में आस्था के सागर में डुबकी लगवाएंगे। दसलक्षण महामहोत्सव के अगले दिन- 18 सितंबर को कुलाधिपति आवास- संवृद्धि में श्रावक/श्राविकाओं का पारणा होगा। टीएमयू कैंपस में बड़ी धूमधाम से भव्य रथयात्रा महोत्सव 22 सितंबर को निकलेगी, जिसमें कर्मयोगी क्षुल्लकरत्न 105 श्री समर्पणसागर जी महाराज की गरिमामयी मौजूदगी रहेगी। मुरादाबाद मंडल के अलावा आसपास जिलों से जैन समाज के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। उल्लेखनीय है, रिद्धि-सिद्धि भवन में प्रतिदिन शाम को 6ः30 बजे से साढ़े 7ः30 बजे तक आरती हुआ करेगी, जबकि टीएमयू के ऑडिटोरियम के मंच पर 7ः30 बजे से 8ः15 बजे तक प्रवचन हुआ करेंगे। 8ः15 बजे से कॉलेजवार कल्चरल प्रोग्राम्स की प्रस्तुति होगी।
उत्तम क्षमा दिवस पर पहले दिन सीसीएसआईटी के छात्र-छात्राओं की ओर से कुंडलपुर का अद्भुत इतिहास, दूसरे दिन उत्तम मार्दव पर णमोकार मंत्र से भक्तामर जी तक- डेंटल कॉलेज, उत्तम आर्जव पर पूजा का फल- टिमिट, चौथे दिन उत्तम शौच पर ऐसी थी चंदनबाला- सीसीएसआईटी, उत्तम सत्य पर चन्द्र जीवन रत्नाकर- टिमिट कॉलेज, छठे दिन उत्तम संयम पर दशलक्षण: आत्मिक उन्नति का पर्व- फैकल्टीज़, उत्तम तप पर तप से कुंदन तभी अभिनंदन- लॉ और फार्मेसी कॉलेज, आठवें दिन उत्तम त्याग पर अंतर्यात्री: अवसाद से उत्साह की ओर- मेडिकल कॉलेज, नौवें दिन उत्तम आकिंचन्य पर टीएमयू गॉट टेलेंट/तीर्थ वंदना- कल्चरल टीम और फिजियोथैरेपी विभाग प्रस्तुति देंगे। दसलक्षण के अंतिम दिन उत्तम ब्रहम्चर्य पर महाआरती होगी। 08 सितंबर की सुबह ही कुलाधिपति परिवार की ओर से जिनालय पर ध्वजारोहण होगा। श्रीजी की प्रतिमा को वेदी से पालकी तक लाया जाएगा। श्रीजी को पालकी में बैठाकर दिव्यघोष के बीच रिद्धि-सिद्धि भवन में पांडुशिला पर विराजमान किया जाएगा। श्रीजी का चार स्वर्ण कलशों से अभिषेक होगा। शांतिधारा की जाएगी। इस मौके पर कुलाधिपति  सुरेश जैन, फर्स्ट लेडी  बीना जैन, ग्रुप वाइस चेयरमैन  मनीष जैन, उनकी धर्मपत्नी  ऋचा जैन, एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर   अक्षत जैन,  जहान्वी जैन, मेंबर ऑफ गवर्निंग बॉडी  नंदिनी जैन के संग-संग फैकल्टीज औऱ सैकड़ों श्रावक और श्राविकाएं मौजूद रहेंगे।
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