कासगंज: ईद पर पिकनिक मनाने आए एटा जिले के नौ दोस्त कासगंज थाना क्षेत्र में हजारा नहर में डूब गए। अघोषित पिकनिक प्वाइंट पर लगे मेले में मस्ती के बाद स्नान के लिए नहर में उतरे और गहरे पानी में डूब गए। ग्रामीण गोताखोरों ने डूबतों को निकालने के लिए नहर में छलांग लगा दी। समीप में ही डेरा जमाए फ्लड यूनिट की टीम भी पहुंच गई। रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर चार दोस्तों को सकुशल बहार निकाल लिया। जबकि पांच लापता हैं। शाम तक उनकी तलाश नहीं हो सकी। डीएम, एसपी और विधायक ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन देखा है।
गुरुवार दोपहर को जिला एटा के गांव नगला पोता निवासी 17 वर्षीय मुजाहिद पुत्र मेहंदी हसन, 17 वर्षीय सलमान पुत्र युसूफ, 18 वर्षीय आसिफ पुत्र अतीक, इस्लाम नगर निवासी 16 वर्षीय शाहिद पुत्र हाशिम, नगला पोता निवासी सोहेल पुत्र छोटे, फैजान पुत्र सत्तार, फरमान पुत्र मुन्ने, रोहित पुत्र रफीक एवं निधौली रोड निवासी अभिषेक शर्मा गांव नदरई के समीप बने झाल के पुल पर लगे मेले में आए थे। ईद पर यह मेला लगा हुआ था। मेले में मौजमस्ती के बाद यह सभी दोस्त हजारा नहर के किनारे पहुंचे और स्नान के लिए हजारा नहर में छलांग लगा दी। देखते ही देखते सभी दोस्त पानी की गहराई तक पहुंच गए और डूबने लगे। बचाव के लिए चिल्लाए, आसपास खड़े तैराक ग्रामीण गोताखोर बचाव के लिए नहर में कूदे। घटना स्थल से कुछ ही दूर डेरा जमाए पीएसी फ्लड यूनिट को जानकारी मिली तो जवान मौके पर पहुंचे।
रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। सोहेल, फैजान, फरमान, रोहित को तो सकुशल बहार निकाल लिया। जबकि अभी पांच लोग लापता हैं। जिनकी तलाश में गोताखोर जुटे हुए हैं। सूचना पर डीएम सुधा वर्मा, एसपी अपर्णा रजत कौशिक, एडीएम राकेश पटेल, एएसपी राजेश कुमार भारतीय, सीओ सिटी अजीत चौहान मौके पर पहुंच गए। रेस्क्यू ऑपरेशन की व्यवस्था देखी और लापताओं की तलाश में गंभीरता दिखाने को कहा, लेकिन देर शाम तक तलाश नहीं हो सकी।