कानपुर: होटल, अस्पताल, लॉजिस्टिक पार्क, वेयरहाउस और औद्योगिक इकाइयों की स्थपाना के लिए उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण ( यूपीसीडा ) 1.79 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश कराएगा। 312 निवेशकों ने प्राधिकरण प्रबंधन से एमओयू भी कर लिया है। कोशिश है कि निवेशकों की संख्या और बढ़े ताकि दो लाख करोड़ रुपये तक का निवेश सुनिश्चित हो सके। फिलहाल सर्वाधिक 55 हजार करोड़ रुपये का निवेश लॉजिस्टिक पार्क और वेयरहाउस की स्थापना के लिए होगा।
प्राधिकरण के पास विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में 15 हजार एकड़ लैंड बैंक है, लेकिन निवेशकों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर यह पर्याप्त नहीं है। यही वजह है कि अपने बैंक में प्राधिकरण 25 सौ एकड़ भूमि और जोड़ने जा रहा है। इसके लिए स्कूटर इंडिया समेत कई संस्थानों की भूमि के हस्तांतरण की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। जल्द ही कताई मिलों की भूमि भी प्राधिकरण के हिस्से में आ जाएगी। इसके लिए शासन स्तर पर सहमति बन गई है।
प्रबंधन निवेशकों को अपनी ऑनलाइन सुविधाओं के बारे में बताने के साथ ही औद्योगिक क्षेत्रों में दी जाने वाली सुविधाओं का भी प्रचार कर रहा है। ज्यादा से ज्यादा निवेशक आएं इसके लिए नौ टीमें बनाई गई हैं। इसके परिणाम भी सामने आए हैं। कानपुर में 15 हजार करोड़ तो प्रयागराज में 24 हजार करोड़ और बरेली में 20 तो गाजियाबाद में 15 हजार करोड़ रुपये के निवेश के एमओयू हो चुके हैं। गौतमबुद्ध नगर में 11 और पूर्वांचल के बस्ती जैसे जिले में 10 हजार करोड़ रुपये का निवेश होना प्रस्तावित है।
विभिन्न क्षेत्र में होने बड़े निवेश
सेक्टर निवेश
निजी औद्योगिक पार्क 33,139
लॉजिस्टक एवं वेयरहाउस 55,579
केमिकल मैन्युफैक्चरिंग 25,535
लेदर एवं फुडवेयर 6,252
खाद्य प्रसंस्करण 5,937
1- 312 एमओयू हस्ताक्षर हो चुके हैं
2- 6.56 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा
3- 9 टीमें एमओयू कराने के लिए बनी हैं
हम निवेशकों को बेहतर सुविधाएं देंगे। औद्योगिक क्षेत्रों में मिलने वाली सुविधाओं और निवेशकों के हित में किए गए परिवर्तन का परिणाम है कि निवेश के लिए बड़े पैमाने पर एमओयू हो रहे हैं...मयूर माहेश्वरी, सीईओ यूपीसीडा।