मुरादाबाद। खनन माफिया और 50 हजार रुपए के इनामी अभियुक्त दिलशाद ने पुलिस को चकमा देते हुए मंगलवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। दिलशाद व उसके साथियों पर एसडीएम ठाकुरद्वारा और खनन टीम पर हमला करने का आरोपी है। कोर्ट ने दिलशाद को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। एसडीएम ठाकुरद्वारा परमानंद सिंह और खनन इंस्पेक्टर अशोक कुमार की टीम पर 13 सितंबर को खनन माफियाओं ने हमला बोला।
तिकोनिया पर अवैध रेत के परिवहन के आरोप में प्रशासनिक अफसरों ने पांच डंपर पकड़ा। खनन माफिया और उनके गुर्गों जबरिया चार डंपर छुड़ा ले गये। खान निरीक्षक की तहरीर पर ठाकुरद्वारा पुलिस ने पांच नामजद व 150 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। कुल 16 आरोपियों को ठाकुरद्वारा पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा। इनमें आठ इनामी आरोपी भी शामिल हैं। आरोपी आबिद को बरेली एसटीएफ ने पीलीभीत में दबोचा। एक लाख का इनामी जफर पाकबड़ा पुलिस के हत्थे चढ़ा।
50 हजार का इनामी व ठाकुरद्वारा के रतूपुरा गांव का रहने वाला दिलशाद फरार चल रहा था। उसने अपनी गिरफ्तारी पर स्टे ले रखा था। बाद में पुलिस ने उसके खिलाफ गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया। दिलशाद दोबारा वांटेड हो गया। उत्तराखंड के भरतपुर में यूपी पुलिस व खनन माफियाओं से मुठभेड़ के बाद मुरादाबाद पुलिस दिलशाद की तलाश शिद्दत से कर रही थी। हालात और परिस्थितियों के विपरीत होने के बाद भी दिलशाद पुलिस को गच्चा देने में सफल रहा। मंगलवार को दिलशाद ने चोरी छिपे सीजीएम कोर्ट में सरेंडर कर दिया। वहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।