केंद्रीय बैंक से गुमशुदा लॉकर का 40 साल पुराना कनेक्शन

लॉकर का 40 साल पुराना कनेक्शन

Update: 2022-08-14 04:43 GMT

कानपुर(ब्यूरो)। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की कराचीखाना कानपुर ब्रांच से लापता हुए लॉकर की पड़ताल में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। कारोबारी के इस लॉकर को इनकम टैक्स ने 40 साल पहले छापेमारी के दौरान राडार पर लिया था। सर्च वारंट देने पर बैंक प्रबंधन ने आयकर विभाग को लॉकर के जांच की अनुमति दी थी। कारोबारी पर आयकर के सर्वे के दौरान ये लॉकर खोला गया था। अब लॉकर गायब होने की शिकायत के बाद पुलिस ने 40 साल पुराने मामले से जोडक़र जांच कर रही है।

सर्च वारंट देकर खोला था
शहर के पॉश इलाके में रहने वाले बड़े बिस्कुट कारोबारी सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की कराचीखाना ब्रांच में मेरा लॉकर था। जिसका नंबर 381-बी था। 2 महीने पहले लॉकर खोलने गए तो पता चला कि इस नंबर का बैंक के पास कोई लॉकर ही नहीं है। 2 महीने तक बैंक के चक्कर काटने के बाद कारोबारी ने ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी से मामले की शिकायत की है। आरोप है कि सवा करोड़ के जेवरात से भरा लॉकर बैंक प्रबंधन ने गायब कर दिया है।
बैंक में लॉकर होने की पुष्टि
फीलखाना थाना प्रभारी अमित भड़ाना ने मामले की जांच शुरू की। बैंक खाता मालिक सुरेश की ओर से दिए गए दस्तावेज से सामने आया है कि 1982 में आयकर विभाग ने बैंक प्रबंधन की अनुमति से उनके लॉकर को खोला था। इससे इस बात की पुष्टि हो गई कि बैंक में सुरेश खन्ना का लॉकर था।
2009 में आखिरी बार
कारोबारी के मुताबिक 2009 में उन्होंने लॉकर को अंतिम बार ऑपरेट भी किया था। मगर इसके बाद लॉकर कहां गायब हो गया। बैंक प्रबंधन कुछ भी नहीं बता पा रहा है। लॉकर से संबंधित रिकॉर्ड भी बैंक प्रबंधन नहीं उपलब्ध करा पा रहा है। थाना प्रभारी अमित भड़ाना ने बताया कि15 अगस्त तक बैंक बंद हैं। अब बैंक खुलने के बाद आगे की जांच की जाएगी। तब साफ हो सकेगा कि आखिर कारोबारी का लॉकर कहां गुम हो गया है।
बोले पीडि़त बिस्कुट कारोबारी
1982 में जांच आयकर विभाग ने शुरू की थी। इस दौरान उन्होंने अपने वकील के जरिए बैंक को एक नोटिस दिया था कि बगैर उनकी अनुमति के किसी भी थर्ड पार्टी को बैंक लॉकर खोलने की अनुमति नहीं दी जाए। इसके बाद बैंक प्रबंधन ने उन्हें जवाब दिया था कि बैंक प्रबंधन ने आयकर विभाग के सर्च वारंट के बाद उनका लॉकर खोलने की अनुमति दी है। अब यह लॉकर खोला गया था या तोड़ा गया था।
पुलिस की जांच के पॉइंट

- लॉकर अंतिम बार कब ऑपरेट किया था।
- आयकर विभाग ने छापामारी के क्या कार्रवाई की थी।
- कारोबारी के लॉकर नंबर के आगे और पीछे किन खाता धारकों का लॉकर है।
- पूरे लॉकर के पैनल से एक लॉकर कैसे गायब हुआ।
- सिर्फ एक लॉकर को अलग नहीं किया जा सकता है।
- बैंक लॉकर के पैनल को क्या बदला गया है?
- लॉकर में कब-कब बदलाव किए या नए लॉकर शामिल किए
- लंबे समय तक सक्रिय नहीं होने पर लॉकर डिस्पोज तो नहीं किया गया?
- अगर डिस्पोज किया गया तो उससे संबंधित दस्तावेज।
- क्या बैंक के पास लॉकर से संबंधित कोई सीसीटीवी फुटेज है?


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