79 में से 30 विद्यालय चल रहे प्राइवेट भवनों में

Update: 2023-10-06 01:45 GMT

बस्ती: नगरीय क्षेत्र में कायाकल्प योजना को लेकर प्राथमिक विद्यालयों के जीर्णोद्वार व स्मार्ट क्लासेस में पेंच फंस गया है. नगर निगम ने शिक्षा विभाग के अफसरों संग सर्वें कराते हुये करीब 79 प्राथमिक विद्यालयों को जीर्णोद्वार के लिए चिंहित किया था. लेकिन जांच के दौरान पता चला कि इसमें 49 प्राथमिक विद्यालय ऐसे हैं, जो सरकारी हैं, बाकी सभी किराए के भवनों पर संचालित हो रहे हैं. इतना हीं नहीं जब स्मार्ट क्लासेज बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू हुई तो पता चला कि कई प्राथमिक विद्यालयों की बिजली व्यवस्था ही ठीक नहीं है. नगर आयुक्त ने ऐसे विद्यालयों में पहले इलेक्ट्रिीफिकेशन के लिए चीफ इंजीनियर से स्वयं निरीक्षण कर बीएसए से सम्वन्य स्थापित कर करने के आदेश दिए हैं.

शासन की कायाकल्प योजना के तहत नगरीय क्षेत्र के सभी प्राथमिक विद्यालयों को सुदृण बनाते हुये बच्चों की मूलभूत सुविधाओं को चकाचक करना है. इसको लेकर नगर निगम ने नगरीय क्षेत्र में संचालित ऐसे प्राथमिक विद्यालयों को चिंहित करने के आदेश दिए, जो जर्जर अवस्था में हैं. नगर निगम ने शिक्षा विभाग संग मिलकर 79 विद्यालयों को चयन किया. जब इसकी जांच कराई गई तो पता चला कि 30 प्राथमिक विद्यालयों की खुद की बिल्डिंग नहीं है. इसके बाद नगर निगम ने 49 प्राथमिक विद्यालयों को चयन कर उनके जीर्णोद्वार कराने के आदेश दिए. इधर नगर आयुक्त ने प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट सिटी के जरिये स्मार्ट क्लासेज का प्रपोजल तैयार कराया तो फिर पेंच फंस गया. करीब 10 से 12 प्राथमिक विद्यालयों में बिजली की व्यवस्था दुरस्त नहीं है. ऐसे में यहां स्मार्ट क्लासेज की सुविधा उपलब्ध कराना सम्भव नहीं है. नगर आयुक्त ने चीफ इंजीनियर एस के सिंह को निर्देश दिए कि वह स्वयं बीएसए के साथ ऐसे विद्यालय जहां बिजली व्यवस्था दुरस्त नहीं है, उसे सुव्यवस्थित कराएं, नगर आयुक्त ने बैठक कर अफसरों ने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता के साथ समय पर काम पूरा कराए जाने के आदेश दिए है.

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