कानपुर। कानपुर एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन के उद्घाटन के अवसर पर भारत सरकार के नगर विमानन मंत्री (सिविल एविएशन मिनिस्टर) ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि कानपुर के लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि जल्द ही कानपुर को राजधानी दिल्ली से जोड़ने के लिए कदम उठाया जाएगा। यही नहीं, अभी हमने 59 नए रूट घोषित किए हैं और भविष्य में 122 नए रूट घोषित किए जाएंगे। कानपुर को पंतनगर के साथ, अलीगढ़ के साथ, मुरादाबाद के साथ और श्रावस्ती के साथ जोड़ने की हमारी कल्पना है। प्रदेश में जहां आज 11 हवाई अड्डे प्रचलित हैं, आने वाले तीन साल में 11 अतिरिक्त हवाई अड्डों की हम शुरूआत करेंगे। कुल 22 हवाई अड्डे उत्तर प्रदेश में स्थापित किए जाएंगे। चाहे चित्रकूट हो, मुरादाबाद हो, झांसी हो, गाजीपुर हो, अलीगढ़ हो, आजमगढ़ हो, सहारनपुर हो या श्रावस्ती, इन सभी जगहों पर एयरपोर्ट की सुविधा प्रदान की जाएगी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि आज कानपुर के लोगों की आंखों में एक नई चमक दिख रही है। इस चमक के पीछे दो कारण है। पहला, अभी जो नगर निकाय चुनाव हुए उसमें उत्तर प्रदेश की डबल इंजन सरकार अब ट्रिपल इंजन सरकार में परिवर्तित हो चुकी है। दूसरा कारण, कानपुर में बहुप्रतीक्षित एयरपोर्ट के विस्तृतीकरण और आधुनिकीकरण की जो मांग थी, उसे आज पूरा करते हुए नया एयरपोर्ट टर्मिनल जनता को समर्पित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 5 अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट संचालित हो रहे हैं और आने वाले समय में जेवर और अयोध्या भी इससे जुड़ेंगे। यह श्रंखला अभी जारी है और इसी श्रंखला में कानपुर का एयरपोर्ट एक बहुत महत्वपूर्ण अंग के रूप में उभरा है। यहां छोटे से एयरपोर्ट से शुरूआत हुई थी और आज 16 गुना बढ़कर 65 हजार स्क्वायर फीट का एयरपोर्ट का उद्घाटन हुआ है। आने वाले समय में जिस टर्मिनल से केवल 3 हजार लोग गुजरते थे, वहीं अब प्रतिवर्ष 10 लाख यात्री इस टर्मिनल से अपने आवागमन की सुविधा तय कर पाएंगे। ये सुविधा सिर्फ कानपुर नहीं बल्कि आसपास के 8 जिलों को प्रभावित करेगी।
सिंधिया ने पूर्व की सरकारों से तुलना करते हुए कहा कि जिस कानपुर में पूर्व सरकार के समय में 2014 में हर हफ्ते केवल चार विमानों का आवागमन होता था। वहीं आज 600 प्रतिशत बढ़कर 28 विमानों का आवागमन होता है। आगरा में 2014 में केवल 10 विमान प्रति हफ्ता आवागमन होता था, वहीं आज 240 प्रतिशत वृद्धि के आधार पर 34 विमानों का आवागमन होता है। गोरखपुर में 2013-14 में 12 विमान प्रति हफ्ते का आवागमन होता था, वो आज 800 प्रतिशत बढ़कर 106 विमान प्रति हफ्ते हो गया है। यही स्थिति संगम नगरी प्रयागराज की हो चुकी है, जहां 2014 में एक हफ्ते में 22 विमानों का आवागमन होता था, जो आज 600 प्रतिशत बढ़कर 154 हो गया है। समूचे उत्तर प्रदेश की स्थिति देखें तो 2013-14 में प्रति हफ्ते यहां 652 विमानों का प्रति हफ्ते आवागमन होता था। पीएम मोदी और सीएम योगी के नेतृत्व में आज यहां एक हजार 595 विमानों का आवागमन होता है जो 145 प्रतिशत की वृद्धि है।