इलाहाबाद न्यूज़: प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत बैंकों से कर्ज लेकर 14,280 पटरी दुकानदार गायब हैं. कोरोना संकट के समय केंद्रीय योजना अंतर्गत शहर के पटरी दुकानदारों को 10-10 हजार रुपये का लोन दिया गया था. किसी दुकानदार ने कर्ज की एक या दो किस्त दी. कई ने तो एक भी किस्त जमा नहीं की. कर्ज वापसी नहीं करने वाले अधिकतर दुकानदारों की दुकानें बंद हो गई हैं. ज्यादातर दुकानदारों का घर भी नहीं मिल रहा है.
वित्तीय वर्ष 2020-21 में पीएम स्वनिधि योजना के तहत प्रयागराज में 35,701 पटरी दुकानदारों को 10-10 हजार रुपये कर्ज दिया गया. कर्ज लेने वालों में 14,280 दुकानदारों ने बैंकों को कर्ज की राशि नहीं लौटाई. अब बैंक डिफाल्टर दुकानदारों की तलाश कर रहा है. बैंकों के सहायक जिला प्रबंधक बेलाल अहमद ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 की जारी की गई सूची में बड़ी संख्या में दुकानदार डिफाल्टर पाए गए हैं.
ये थी शर्तें
10 हजार का कर्ज समय से चुकाने पर बैंकों से रियायत.
10 हजार कर्ज समय से चुकाने वालों को 20 हजार कर्ज.
20 हजार कर्ज चुकाने वालों को 50 हजार रुपये कर्ज.
50 हजार कर्ज जमा चुकाने पर एक लाख रुपये कर्ज मिलेगा.
2022-23 तक दिए गए कर्ज
कर्ज की राशि कर्ज लेने वालों की संख्या
10 हजार 35701
20 हजार 11251
50 हजार 327