Ghaziabad: उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद के लोनी इलाके में बुजुर्ग दंपती की हत्या से पर्दा उठ गया है। इस दोहरे हत्याकांड को लेकर जब पुलिस ने खुलासा किया तो हर कोई हैरान रह गया। पुलिस ने बताया कि इस हत्याकांड की साजिश रचने वाला 12 साल का बच्चा है। पुलिस ने बताया कि इस घटना को चार लोगों ने अंजाम दिया था। तीन आरोपियों को पकड़ लिया है, जबकि एक आरोपी फरार है।
लोनी के ट्रॉनिका सिटी की चर्च कॉलोनी में पिछले महीने 21 नवंबर की रात को एक बुजुर्ग दंपती की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद महिला का शव घर के पास के खाली प्लॉट में मिला था। बुजुर्ग का शव उनके घर में पड़ा था। जांच में पता चला की हत्या के बाद घर से नगदी, मोबाइल फोन और गहने चोरी किए गए है।
पुलिस ने बताया कि कबाड़ी कारोबारी इब्राहिम (62) और उनकी पत्नी हाजरा (58) की हत्या, चार कबाड़ियों ने 54 हजार रुपये की लूटपाट की घटना को अंजाम देने के लिए की थी। पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा करते तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि पूछताछ में दंपती के पड़ोसी ने बच्चे के बारे में बताया। बच्चे से पूछताछ करने के बाद मामला खुल गया।
डीसीपी डॉ ईरज राजा ने बताया कि जानकारी मिलने पर पहले 12 साल के बच्चे को पकड़ा लिया। इसके बाद इस वारदात में उसके साथ रहे मंजेश निवासी आसरा-2 आवास विकास, शुभम उर्फ शिवम निवासी निशांत कॉलोनी को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि बच्चा चोरी की सरिया और दूसरे सामान इब्राहिम को बेचता था। करीब दो साल से इब्राहिम के यहां बच्चे का आना-जाना लगा रहता था। सामान के बदले इब्राहिम कई बार उसे अलमारी से रुपये निकालकर देते था। बच्चे ने अलमारी में रुपये और ज्वैलरी के बारे में अपने दोस्तों को बताया। इसके बाद बच्चे ने अपने दोस्तों के साथ लूट की प्लानिंग बनाई थी।
आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वे रात करीब दो बजे इब्राहिम के घर पहुंचे। बच्चे ने इब्राहिम को आवाज दी, लेकिन हाजरा ने गेट खोला। इसके बाद बच्चे ने कुछ सामान रखने के लिए कहा था। बच्चे ने सरिया दिखाकर उसी वक्त रखने के लिए बोला और हाजरा उसकी बातों में आ गईं। जब हाजरा गोदाम में सरिया रखने गई, तभी आरोपियों ने हाजरा की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद आरोपी फिर से इब्राहिम के घर पहुंचे और वहां पर इब्राहिम की भी गला घोट कर हत्या कर दी। इसके बाद आरोपी लूटपाट कर फरार हो गए।
पूछताछ में बच्चे ने पुलिस को बताया कि उसके दोस्त संदीप को 40 हजार रुपये की सख्त जरूरत थी। वह कई बार उससे रूपये मांग चुका था। बच्चे ने बताया कि जब इब्राहिम की अलमारी में रुपये देखे तो उसके मन में चोरी करने का ख्याल आया। इसकी जानकारी उसने संदीप को दी और वह लूटपाट करने के लिए राजी हो गए। इसके बाद उन्होंने मंजेश और शुभम से भी बात की। इसके बाद वे भी तैयार थे।
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