त्रिपुरा में अपनाए गए एहतियातन उपाय, अफ्रीकी स्वाइन फ्लू की चेतावनी जारी
एआरडीडी के रोग जांच केंद्र के विशेषज्ञों की एक टीम फार्म की स्थिति की निगरानी में जुटी हुई है
अगरतला। त्रिपुरा में सिपाहीजला जिले के देबीपुर में पशु संसाधन विकास विभाग (एआरडीडी) द्वारा संचालित प्रजनन फार्म में कुछ संदिग्ध मामले आने के बाद अफ्रीकी स्वाइन फ्लू(एएसएफ) की चेतावनी जारी की गई है। एआरडीडी के सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी है। विभाग ने पिछले साप्ताह सात अप्रैल को उत्तर पूर्वी क्षेत्रीय रोग निदान प्रयोगशाला, गुवाहाटी को जांच के लिए तीन नमूने भेजे थे। जांच की रिपोर्ट आने के बाद विभाग ने हालांकि एएसएफ की पुष्टी की है, जबकि कुछ सूअरों की संदिग्ध मृत्यु के बाद सभी एहतियातन उपाय किए गए हैं।
एआरडीडी के रोग जांच केंद्र के विशेषज्ञों की एक टीम फार्म की स्थिति की निगरानी में जुटी हुई है और अन्य किसी भी स्थिति से निपटने के लिए दो त्वरित कार्यबल टीमों का गठन किया गया है। इसी दौरान फार्म में सूअरों को मारने के लिए कुछ दवाओं का उपयोग किया गया है, जबकि राज्य के अन्य जगहों पर सूअरों के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए सलाह दी गयी है। उल्लेखनीय है कि अधिकारियों का कहना है कि गर्मियों में सूअरों को आमतौर पर कई बिमारियों का समाना करना पड़ता है तथा कभी- कभी उनकी स्थिति खराब हो जाती है।
दिबापुर के फार्म में हाल ही में एएसएफ के मामले को देखते हुए सूअरों को अलग- अलग करके आश्रय घरों का नियमित रूप से सफाई की जा रही है, जिससे बिमारी को फैलने से रोका जा सके। अधिकारी ने कहा, 'हम भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।' पशु संसाधन विकास विभाग के अधिकारियों ने कहा, 'संक्रमित सुअर के एक किलोमीटर दायरे में मौजूद सभी सूअरों को मार दिया जायेगा तथा सूअरों से किसी भी प्रकार का संक्रमण न फैले इसके लिए सभी को दफनाया जायेगा।' उन्होंने बताया, 'हम बिमारी को फार्म तथा इसके आस-पास तक ही सीमित करने का प्रयास कर रहे हैं। सभी नियमों का पालन करने के बाद हालांकि संक्रमण नहीं फैलेगा।'