त्रिपुरा सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में मुस्लिम संगठनों ने राज्य में रैलियों का आयोजन अमरावती में धारा- 144 लागू

Update: 2021-11-13 11:32 GMT

त्रिपुरा सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में मुस्लिम संगठनों ने राज्य में रैलियों का आयोजन अमरावती में धारा- 144 लागू

मुंबई, एजेंसियां। त्रिपुरा हिंसा को लेकर लगातार दूसरे दिन महाराष्ट्र में बवाल मचा हुआ है। शुक्रवार को अमरावती, नांदेड़ और मालेगांव में मुस्लिम संगठनों के प्रदर्शन के बाद शनिवार को को हिंदू संगठनोंने बंदा बुलाया। इस दौरान दौरान भीड़ ने विभिन्न स्थानों पर जमकर बवाल काटा और दुकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया। प्रदर्शन को उग्र होता देख पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करना पड़ा। अधिकारियों के अनुसार अमरावती में धारा 144 लगा दी गई है। इसके साथ ही अमरावती में विभिन्न स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।

राज्य की राजधानी से लगभग 670 किलोमीटर दूर स्थित इस पूर्वी महाराष्ट्र शहर के राजकमल चौक इलाके में सैकड़ों लोग नारे लगाते हुए सड़कों पर निकल आए। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि भीड़ में से कुछ लोगों ने राजकमल चौक इलाके और कुछ अन्य जगहों पर दुकानों पर पथराव किया और उन्हें क्षतिग्रस्त कर दिया। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया।
शुक्रवार को आठ हजार से अधिक लोग अमरावती जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर एक ज्ञापन सौंपने के लिए जमा हुए थे, जिसमें अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ अत्याचार को रोकने की मांग की गई थी। ज्ञापन सौंपकर जाने के बाद कोतवाली थाना क्षेत्र के चित्रा चौक और कपास बाजार के बीच तीन स्थानों पर पथराव हुआ। पुलिस ने अब तक दंगा समेत विभिन्न आरोपों में 11 प्राथमिकी दर्ज की है और दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
वहीं, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि त्रिपुरा में जो घटना घटी ही नहीं उसे लेकर महाराष्ट्र में हो रहे दंगे बिल्कुल गलत हैं। त्रिपुरा में मस्जिद को जलाया गया इसकी अफवाह फैलाई गई। वहां की पुलिस ने उस मस्जिद की फोटो भी जारी की है। बावजूद इसके महाराष्ट्र में मोर्चे निकाले गए और हिंसा की गई, हिंदू समाज के लोगों की दुकानें जलाई गईं, मैं इसकी निंदा करता हूं


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