भारतीय एजेंसियां दंग, त्रिपुरा से सटे बांग्लादेश के इलाके में मिले विस्फोटक

सूत्रों ने कहा कि पड़ोसी देश में सुरक्षा एजेंसियों का भारतीय एजेंसियों के साथ घनिष्ठ समन्वय है और उन्होंने आतंकवाद

Update: 2021-12-29 15:29 GMT
त्रिपुरा (Tripura) से सटे बांग्लादेश (Bangladesh) में भारी मात्रा में सैन्य-श्रेणी के विस्फोटक और हथियार बरामद होने के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियां चिंतित हैं और यह जानने के लिए अपने बांग्लादेशी समकक्षों के संपर्क में हैं कि इन विस्फोटकों का इस्तेमाल कहां करने की योजना थी।सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।रिपोर्ट्स के मुताबिक, बांग्लादेश काउंटर-टेररिज्म एंड ट्रांसनेशनल क्राइम (सीटीटीसी) यूनिट ने सोमवार को त्रिपुरा में भारत-बांग्लादेश सीमा से चार किलोमीटर दूर हबीगंज के साचहरी नेशनल पार्क में सैन्य-ग्रेड विस्फोटक और गोला-बारूद का बड़ा जखीरा बरामद किया।भारतीय सुरक्षा ग्रिड के एक सूत्र ने कहा, लगभग 15 रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी), मशीन गन गोला बारूद के 510 राउंड और 25 बूस्टर, जो आरपीजी लॉन्चर में प्रोपेलिंग चार्ज के रूप में उपयोग किए जाते हैं, विशेष अभियान के दौरान त्रिपुरा के साथ लगती सीमा से लगभग 3-4 किमी दूर एक स्थान पर पाए गए थे।
भारतीय खुफिया एजेंसियों ने हाल ही में सरकार को एक रिपोर्ट सौंपी है कि जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) जैसे आतंकी संगठन न केवल बांग्लादेश में बल्कि भारत में भी आतंकी हमले करने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया है कि पाकिस्तान की आईएसआई के इशारे पर, जेएमबी शेख हसीना सरकार को अस्थिर करने की योजना बना रही है, जिसने आतंकवाद के लिए शून्य सहिष्णुता भी अपनाई है।सुरक्षा व्यवस्था के सूत्रों ने कहा कि एजेंसियों ने सरकार को यह भी सचेत किया है कि आईएसआई बांग्लादेश में आतंकवादी संगठनों को हथियारों और गोला-बारूद की आपूर्ति कर रहा है और यह सब नियमित रूप से बांग्लादेश की खुफिया जानकारी के साथ साझा किया गया था।बांग्लादेश सीटीटीसी भी इन हथियारों और विस्फोटकों के लक्ष्य की जांच कर रही है और भारतीय एजेंसियों के साथ विवरण साझा कर रही है।
सूत्रों ने कहा कि पड़ोसी देश में सुरक्षा एजेंसियों का भारतीय एजेंसियों के साथ घनिष्ठ समन्वय (को-ऑर्डिनेशन) है और उन्होंने आतंकवाद, मादक पदार्थों की तस्करी और फर्जी मुद्रा की तस्करी पर भारतीय इनपुट पर हमेशा तेजी से कार्रवाई की है।इस बीच, भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है, खासकर उन इलाकों में जहां, अभी तक बाड़ नहीं लगाई गई है। साथ ही त्रिपुरा और अन्य राज्यों के सीमावर्ती इलाकों में सीमा सुरक्षा बल की रात में गश्त बढ़ा दी गई है।हाल ही में, बीएसएफ ने कहा है कि त्रिपुरा में भारत-बांग्लादेश सीमा के 67 किलोमीटर लंबे खंड पर बाड़ का काम 2022 में पूरा हो जाएगा।
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