हैदराबाद। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने राज्य में पोडू भूमि पर खेती करने वाले अदिवासी किसानों को पट्टे का वितरण फरवरी के अंतिम सप्ताह में जारी किये जाने की शुक्रवार को विधानसभा में घोषणा की।
आदिम जाति कल्याण मंत्री सत्यवती राठौड़ जब सदन में प्रश्नकाल के दौरान पट्टे के वितरण पर सदस्यों द्वारा उठाए गये सवालों का आदिम जाति कल्याण मंत्री सत्यवती राठौड़ की ओर से जवाब देने के दौरान श्री राव ने कहा कि लगभग 11 लाख एकड़ की पोडू भूमि के पट्टे आदिवासी किसानों को दी जायेगी। उन्होंने कहा कि अब सरकार आदिवासी किसानों को पट्टा जारी करने के बाद वन भूमि पर किसी को कब्जा नहीं करने देगी।
उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने राज्य में हरियाली बढ़ाने के लिए 'तेलंगानाकू हरिता हरम' सहित कई पहल की हैं। उन्होंने कहा " तेलंगाना का कुल वन क्षेत्र 66 लाख एकड़ है। इनमें से 10-11.5 लाख एकड़ जमीन पर आदिवासियों का कब्जा है। वनों की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है।"
कुछ आदिवासियों द्वारा हाल ही में वन अधिकारी श्रीनिवासलू पर किये गये हमले के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस तरह के कृत्यों की अनुमति नहीं देगी और आदिवासियों को वन भूमि पर कब्जा करने का अधिकार नहीं है।इससे पहले जनजातीय मंत्री ने कहा कि कोयापोचा गुडा, मकुलपेट ग्राम पंचायत, दांडेपल्ली मंडल के ग्रामीणों ने कथित तौर पर कवाल टाइगर रिजर्व में नये सिरे से अतिक्रमण का प्रयास किया।
ताजा अतिक्रमण से बचने के लिए वन विभाग ने वन एवं वन्य जीव अधिनियम के तहत 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि वन, राजस्व, पुलिस, पंचायत राज, महिला एवं बाल कल्याण और आदिम जाति कल्याण विभागों द्वारा संयुक्त रूप से स्थिति को सुलझाने के लिए काउंसलिंग की जाती है।