तेलंगाना समेत देश को सकते में डालने वाली एक भयावह घटना हैदराबाद में घटी जिसमें आवारा कुत्तों ने चार साल के एक बच्चे को नोंच-नोंचकर मार डाला। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों की नाराजगी भरी प्रतिक्रिया सामने आई है। वीडियो में कुत्तों को बच्चे का पीछा करते हुए अचानक से उस पर हमला करते देखा जा सकता है जिसके बाद बच्चा सड़क पर गिर गया। बच्चे के पास संभवत: खाने की किसी चीज का पैकेट था।
ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) के एक अधिकारी ने कहा कि शहर के अंबरपेट इलाके में रविवार को घटी इस घटना की तस्वीरें सीसीटीवी कैमरे में दर्ज हो गईं। ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) की महापौर जी. विजयलक्ष्मी ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए संवाददाताओं से कहा कि इस निगम की तरफ से कोई लापरवाही नहीं हुई और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए हर तरह की सावधानी बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि इस घटना के कारण स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन प्रारंभिक जांच के हवाले से मेयर ने कहा कि एक बुजुर्ग महिला इलाके में चार कुत्तों को नियमित रूप से मांस के टुकड़े खाने के लिए डाल देती थी। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले दो दिन से उस बुजुर्ग महिला को नहीं देखा गया। कुत्ते मांस खाते थे। ऐसा संदेह है कि कुत्ते भूखे रहे होंगे और भूख या अन्य किसी वजह से उन्होंने लड़के पर हमला कर दिया।''
वीडियो के सामने आने के बाद तेलंगाना के मंत्री के.टी. रामा राव ने घटना को ‘दुर्भाग्यपूर्ण' करार देते हुए कहा कि वह इस घटना से दुखी हैं। अनेक लोगों ने आवारा कुत्तों की समस्या पर सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी प्रकट की और सरकार से इस मुद्दे पर तत्काल कोई समाधान निकालने को कहा। अधिकारी के अनुसार, हमले में बच्चा बुरी तरह घायल हो गया। बच्चे के पिता और अन्य लोग उसे अस्पताल ले गये जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। लड़के के पिता उसे और छह साल की अपनी बेटी को इलाके में ही स्थित एक कार सर्विस सेंटर पर ले गये थे जहां वह सुरक्षाकर्मी के तौर पर काम करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने बेटे और बेटी को सर्विस सेंटर ले गया था। कुछ समय बाद मेरी बेटी आई और मुझसे कहा कि मेरे बेटे पर गली के कुत्तों ने हमला कर दिया। मैं मौके पर पहुंचा। मैं खून से लथपथ अपने बेटे को कंधे पर उठाकर अस्पताल ले गया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। काश किसी को ऐसे हालात का सामना नहीं करना पड़े।''
लड़के की बहन ने कहा कि उसने अपने भाई के चारों ओर कुत्ते देखे और उसे बचाने के लिए वहां कोई नहीं था। बच्चे का परिवार राज्य के निजामाबाद जिले का रहने वाला है। घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए रामाराव ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। मैं वाकई दुखी हूं। हम राज्यभर में नगर निकायों में आवारा कुत्तों की समस्या से निपट रहे हैं। हमने पशु देखभाल केंद्र बनाए हैं। हम आवारा कुत्तों के प्रजनन पर नियंत्रण के लिए नियमित अभियान चलाते हैं। लेकिन जब इस तरह की घटनाएं होती हैं तो आक्रोश सामने आता है।''