हैदराबाद (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को आरोप लगाया कि बीआरएस, भाजपा और एआईएमआईएम साझेदारी में काम कर रहे हैं। राहुल गांधी ने पूछा कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और एआईएमआईएम नेताओं के खिलाफ कोई मामला क्यों दर्ज नहीं किया गया।
राहुल गांधी ने कहा कि तेलंगाना में कांग्रेस इन तीनों के खिलाफ लड़ रही है। हैदराबाद में कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की दो दिवसीय बैठक के अंत में कांग्रेस द्वारा आयोजित एक विशाल सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, "ये तीन दल कहते हैं कि वे अलग हैं, लेकिन वास्तव में वे एक साथ काम कर रहे हैं।"
राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा कई विपक्षी नेताओं के खिलाफ मामले दर्ज कराए गए थे, मगर तेलंगाना के मुख्यमंत्री और एआईएमआईएम नेताओं के खिलाफ कोई मामला क्यों नहीं दर्ज कराया गया?
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि केसीआर ने भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, मगर उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया। केसीआर ने राज्य की संपत्ति लूटी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोई जांच का आदेश नहीं दिया, क्योंकि उनकी साझेदारी है।
उन्होंने कहा, "ईडी, सीबीआई और आईटी सभी विपक्षी नेताओं के पीछे हैं, लेकिन तेलंगाना के मुख्यमंत्री और एआईएमआईएम नेताओं के खिलाफ कोई मामला नहीं है। नरेंद्र मोदी अपने लोगों पर हमला नहीं करते हैं। वह केसीआर और एमआईएम नेताओं को अपना मानते हैं।"
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि कालेश्वरम परियोजना में 1 लाख करोड़ रुपये की लूट की गई, जबकि धरणी पोर्टल के नाम पर किसानों और दलितों से जमीनें छीन ली गईं। राहुल ने यह भी दावा किया कि रायथु बंधु योजना से केवल अमीर जमींदारों को मदद मिली।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गरीबों के लिए घर बनाने, युवाओं को 2 लाख नौकरियां देने में विफल रहने और टीएसपीएससी पेपर लीक को लेकर भी बीआरएस सरकार की आलोचना की। राहुल गांधी ने कहा कि बीआरएस ने हमेशा संसद के अंदर और बाहर भाजपा को समर्थन दिया है।
राहुल गांधी ने असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम पर निशाना साधते हुए कहा कि जहां भी कांग्रेस भाजपा से लड़ती है, एआईएमआईएम आकर उसे परेशान करती है। उन्होंने यह भी दावा किया कि बीआरएस, भाजपा और एआईएमआईएम ने भी एक ही दिन अपनी बैठकें आयोजित करके कांग्रेस की जनसभा में खलल डालने की साजिश रची।
कांग्रेस नेता ने याद दिलाया कि 2004 में तत्कालीन पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी ने तेलंगाना की मांग पर विचार करने का वादा किया था। उन्होंने कहा, "सोनिया गांधी जो भी वादा करती हैं, उसे पूरा करती हैं, भले ही इससे हमें ही नुकसान हो जाए। उन्होंने तेलंगाना राज्य गठन का अपना वादा पूरा किया।"
उन्होंने कहा, ''तेलंगाना राज्य के गठन से सिर्फ केसीआर के परिवार को लाभ मिला। हमने केसीआर के परिवार को लाभ पहुंचाने के लिए तेलंगाना को राज्य का दर्जा नहीं दिया था। पिछले नौ वर्षों से तेलंगाना के गरीबों, किसानों, आदिवासियों, महिलाओं को कोई फायदा नहीं हुआ है।''
राहुल गांधी ने भविष्यवाणी की कि बीआरएस 100 दिनों में तेलंगाना में सत्ता खो देगी और भाजपा या एआईएमआईएम इसे रोक नहीं पाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि बीआरएस और भाजपा कुछ चुनिंदा लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए काम करती हैं, जबकि कांग्रेस समाज के सभी वर्गों के लिए काम करती है।
राहुल गांधी ने आगे कहा, "हमारे दरवाजे सभी के लिए खुले हैं। भाजपा सत्ता पाने के लिए और पाने के बाद उसे बचाने के लिए नफरत और हिंसा फैलाती है, लेकिन कांग्रेस मुहब्बत बांटती है।"