तमिल को देश की आधिकारिक भाषा घोषित करने का तमिलनाडु सरकार ने केंद्र से किया अनुरोध
भारत में अनेक भाषाए बोली जाती हैं।
नई दिल्ली, भारत में अनेक भाषाए बोली जाती हैं। भारत की इसी विभिन्नता की तह में एक ऐसी एकता और समता फैली हुई है कि जो पूरे देश को जोड़े हुए है, जिनमें हिन्दी और अंग्रेज़ी भारत सरकार की आधिकारिक भाषाएं हैं, जबकि कन्नड़, तेलुगू, संस्कृत, तमिल और ओड़िया आधिकारिक रूप से भारत की शास्त्रीय भाषाएं हैं। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने मंगलवार को लोकसभा को सूचित किया कि तमिलनाडु सरकार ने तमिल को भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक घोषित करने का अनुरोध किया है।
संसद में किया गया अनुरोध
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने मंगलवार को लोकसभा में तमिल भाषा को आधिकारिक भाषा करने की बात कही, उनका यह बयान उस समय आया जब भारत जन्नयाग काची के सांसद डॉ टी आर परिवेंद्र ने पूछा कि क्या हाल ही में तिरुवनंतपुरम में संपन्न हुई दक्षिणी परिषद की बैठक के दौरान तमिलनाडु सरकार ने तमिल को भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक घोषित करने का मुद्दा उठाया है, उन्होंने इसका उदाहरण देते हुए कहा कि ऐसा श्रीलंका और सिंगापुर में किया गया है और थिर्टिकुर्रेई को एक राष्ट्रीय पुस्तक के रूप में घोषित किया गया है।
आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है, जब तमिल को अधिकारिक भाषा करने का अनुरोध किया जा रहा है, इससे पहले भी कई बार यह मांग उठाई जा चुकी है।राज्यमंत्री ने निचले सदन को एक लिखित उत्तर में कहा, 'तमिलनाडु सरकार ने 14 नवंबर 2021 को तिरुपति में आयोजित दक्षिणी क्षेत्रीय परिषद की 29वीं बैठक में तमिल को भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक और तिरुक्कुरल को राष्ट्रीय पुस्तक के रूप में घोषित करने का अनुरोध किया है। हालांकि, इस मुद्दे पर बैठक में कोई चर्चा नहीं हुई। आपको बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर को शुरू हुआ जो 23 दिसंबर को समाप्त होगा।