Tamil Nadu तमिलनाडु: के राज्यपाल आरएन रवि ने राज्य की शिक्षा प्रणाली की तीखी आलोचना Criticism करते हुए कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षण की गुणवत्ता चिंताजनक रूप से निम्न स्तर पर पहुंच गई है। राजभवन में शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में रवि ने कहा, "सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में भारी गिरावट आई है। कक्षा 9 का छात्र दो अंकों की संख्या नहीं पहचान सकता और उनमें से 75 प्रतिशत छात्र नहीं पहचान सकते।" उन्होंने दावा किया कि 40 प्रतिशत छात्र कक्षा 2 की पाठ्यपुस्तक पढ़ने में असमर्थ हैं, जिसे उन्होंने राज्य के भविष्य के लिए "खतरनाक स्थिति" बताया। राज्यपाल की टिप्पणी में स्कूलों और कॉलेजों में नशीली दवाओं के बड़े पैमाने पर उपयोग के मुद्दे को भी छुआ गया, जिसे उन्होंने "गंभीर समस्या" बताया। उन्होंने इन चिंताओं को नकारने के बजाय उन्हें स्वीकार करने और संबोधित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
रवि ने कहा, "हम छात्रों को बिना पर्याप्त तैयारी के डिग्री और प्रमाण पत्र देकर उन्हें रोजगार के अयोग्य disqualified बना रहे हैं।" उन्होंने शिक्षा के गिरते मानकों को एक व्यापक राष्ट्रीय मुद्दा बताया। इस आलोचना के बाद डीएमके मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने तीखी प्रतिक्रिया दी। स्टालिन ने राज्य की शिक्षा प्रणाली का बचाव करते हुए तर्क दिया कि तमिलनाडु का पाठ्यक्रम आलोचनात्मक सोच को बढ़ावा देता है और इसने इसरो और आईटी जैसे क्षेत्रों में सफल लोगों को जन्म दिया है। स्टालिन ने राज्य की विभिन्न शैक्षिक पहलों को सूचीबद्ध करते हुए कहा, "यदि कोई हमारे राज्य बोर्ड के पाठ्यक्रम की आलोचना करता है, तो इसका मतलब है कि वे हमारे छात्रों और शिक्षकों का अपमान कर रहे हैं।"