सूरत का ग्रीष्मा वेकरिया हत्याकांड

Update: 2022-02-22 13:27 GMT

सूरत के बहुचर्चित ग्रीष्मा वेकरिया हत्याकांड के मामले में पुलिस ने आरोपी फेनिल के खिलाफ सिर्फ पांच दिनों साक्ष्य जुटाकर सोमवार को 2,500 पेज की चार्जशीट कोर्ट में पेश की है। पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ बेहद बारीकी से सभी तरह के साक्ष्य जुटाए गए हैं। इनमें चश्मदीदों के साथ साइंटिफिक और डिजिटल साक्ष्य भी शामिल हैं। मौके पर मौजूद विभिन्न गवाहों के अलावा आरोपी फेनिल के मोबाइल से मिले सबूत, ऑडियो क्लिप, एफएसएल रिपोर्ट आदि महत्वपूर्ण हैं। पुलिस ने बताया कि चार्जशीट तो रविवार को ही तैयार कर ली गई थी। लेकिन रविवार को छुट्टी होने के कारण सोमवार को कोर्ट में पेश की गई। चार्जशीट तैयार करने के बाद जांच में जुटे सभी अधिकारियों के साथ बैठक कर चर्चा भी की गई। गौरतलब है कि कामरेज में 12 फरवरी को ग्रीष्मा वेकरिया की एकतरफा प्रेम में पागल फेनिल गोयाणी ने सरेआम गला काटकर हत्या कर दी थी। बाद में उसने खुद के हाथों की नस काटकर जहर खाने का नाटक किया था। इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गए था। इसके चलते सूरत सहित पूरे राज्य में सनसनी फैल गई थी। आरोपी को कोर्ट में पेश करने पर पुलिस को तीन दिन की रिमांड मिली थी। इसके बाद उसे न्यायिक हिरासत में लाजपोर जेल भेज दिया गया था। कामरेज में 12 फरवरी को हुए इस पूरे मामले में घटना को अपनी आंखों से देखने वाले 27 लोगों के भी बयान भी 2500 पेज की इस चार्जशीट में दर्ज किए गए हैं। हालांकि इस पूरे घटना का सबसे बड़ा सवाल यही था कि जब घटनास्थल पर इतने लोग मौजूद थे तो उनमें से किसी ने लड़की को बचाने का प्रयास क्यों नहीं किया। किसी ने हिम्मत क्यों नहीं की। 

ऐसा पहली बार हुआ है जब हत्या के किसी मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस ने 5 दिनों के भीतर ही कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी है। इसके अलावा जल्द से जल्द चार्जशीट की पूरी प्रक्रिया हो जाए इसके लिए पुलिस ने सभी 190 साक्षियों के घर जाकर उनके बयान लिए थे। आमतौर पर साक्षी को पुलिस स्टेशन में बुलाकर बयान दर्ज किया जाता है। रेंज आईजी राजकुमार पंडियन ने बताया कि पुलिस की विशेष जांच टीम ने सभी गवाहों काे बयान दर्ज करने के लिए थाने नहीं बुलाया था। बल्कि समय बचाने के लिए पुलिस अधिकारियों को गवाहों के घर भेजकर उनके बयान दर्ज किए गए, ताकी इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई हो सके। पुलिस ने बताया कि फेनिल के मोबाइल की फॉरेंसिक जांच में पता चला कि वह लंबे समय ग्रीष्मा की हत्या की प्लानिंग कर रहा था। इसके लिए वह इंटरनेट पर हत्या के विभिन्न तरीके ढूंढ रहा था। वह इंटरनेट पर एके-47 से लेकर विभिन्न तरह के हथियार भी सर्च कर रहा था। वहीं ग्रीष्मा की हत्या के मामले में सरथाणा के रॉयल ग्रुप के करुणेश रानपरिया से भी पूछताछ की जा रही है। बताया जाता है कि करुणेश ग्रीष्मा के घर से कुछ दूरी पर ही रहता था और वह पास का कार्यकर्ता है। कोरोना महामारी के दौरान रॉयल ग्रुप लोगों की सेवा कार्य में जुटा था और फेनिल भी उनके साथ काम कर रहा था। इसको लेकर आरोपी फेनिल और करुणेश की सांठगांठ होने का मैसेज समाज में वायरल हो रहा था। इस बारे में डीवाईएसपी बीके वनार ने बताया कि ग्रीष्मा हत्या के मामले में करुणेश से पूछताछ की है, लेकिन केस से जुड़ा कुछ भी सामने नहीं आया है। 

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