सिक्किम : गुरुंग के ब्लड शुगर का स्तर बढ़ा, जीटीए चुनाव में हिस्सा नहीं लेगी जीजेएम

गुरुंग ने जीजेएम द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव ज्ञापन को लागू होने तक जीटीए चुनाव स्थगित करने की मांग को लेकर 25 मई को दार्जिलिंग शहर के सिंगामारी में अपनी पार्टी कार्यालय में भूख हड़ताल शुरू की थी।

Update: 2022-05-31 07:25 GMT

गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के प्रमुख बिमल गुरुंग ने आधिकारिक रूप से अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल समाप्त कर दी है। यह फैसला उनका स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बाद लिया गया है। उधर, उनकी पार्टी ने आगामी जीटीए (गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन) चुनावों में न उतरने का फैसला किया है।

गुरुंग को सोमवार को सिक्किम के सर थुतोब नामग्याल मेमोरियल (एसटीएनएम) अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गुरुंग भूख हड़ताल के दौरान बीमार पड़ गए थे और पहले उन्हें पश्चिम बंगाल के दार्जीनलिंग में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

गुरुंग के ब्लड शुगर का स्तर बढ़ा

बिमल गुरुंग आगामी जीटीए चुनाव को स्थगित करने और अर्द्ध-स्वायत्त परिषद के क्षेत्राधिकार का विस्तार करने के बाद ही इसे कराने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे थे। गुरुंग का इलाज करने वाले डॉक्टरों ने कहा कि उनके ब्लड शुगर का स्तर बढ़ा हुआ है जिसमें उतार-चढ़ाव हो रहा है। इसके साथ ही उनके मूत्र में खून आ रहा था।

जीजेएम नेता के राय ने कहा कि हमने अपने पार्टी प्रमुख को सिक्किम स्थानांतरित कर दिया है क्योंकि एसटीएनएम अस्पताल में अच्छी सुविधाएं हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं और डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं।

25 मई को शुरू की थी भूख हड़ताल

गुरुंग ने जीजेएम द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव ज्ञापन (एमओपी) को लागू होने तक जीटीए चुनाव स्थगित करने की मांग को लेकर 25 मई को दार्जिलिंग शहर के सिंगामारी में अपनी पार्टी कार्यालय में भूख हड़ताल शुरू की थी। पश्चिम बंगाल सरकार अब तक गुरुंग की मांगों पर मौन रही है।

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