टोंक। टोंक सब्जी की फसल की सिंचाई के लिए इंजन चालू करने वाला युवक संतुलन बिगड़ने से दखिया बांध में डूब गया. सूचना पर पहुंची मेंहदवास थाना पुलिस ने शव को उतार कर अस्पताल भिजवाया। जहां रविवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। मेंहदवास थाना प्रबंधक उदयवीर सिंह ने बताया कि मृतक संडीला गांव के समीप बैरवा ढाणी निवासी सोहनपाल (35) का पुत्र रामचंद्र बैरवा है. वह शनिवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे घर से खेत में लगी सब्जियों में पानी लगाने की बात कहकर निकला था। उनके बगल में उनका 11 साल का बेटा विशाल था। माना जा रहा है कि दखिया बांध में लगी पानी की मोटर चालू करने के दौरान संतुलन बिगड़ने के कारण वह बांध में गिर गया. इसी बीच पिता को डूबता देख पुत्र विशाल पास में खेती करने वाले किसानों के घरों की ओर भागा। उसने कहा कि उसके पिता पानी में डूब गए। कई स्थानीय लोग और युवा दौड़ते हुए बांध की ओर आ गए।
जानकारी के अनुसार रामलाल संडीला व सत्यनारायण बैरवा आदि. ग्राम के तहसीलदार रामधन गुर्जर, मेंहदवास थाना प्रभारी उदयवीर सहित पटवारी, गिरदावर एवं ग्राम विकास अधिकारी आदि शामिल थे. वे स्थान पर पहुंचे। उन्होंने नाव के सहारे डूबे युवक की तलाश शुरू की। ढाई घंटे की मशक्कत के बाद शव को सआदत अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। पुलिस ने रविवार सुबह पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। युवक के बांध में गिरने की खबर मिलते ही काफी लोग घटनास्थल पर पहुंच गये. शव को देखने के लिए चेतन बैरवा, भजन गुर्जर व इंद्रराज गुर्जर सहित अन्य युवक बांध में कूद गए। इसके बाद ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने बांध स्थल पर फेंकी गई नाव के जरिए लाश को बरामद किया. शव घटनास्थल के पास मिला है। इसके बाद पुलिस ने उसे बाहर निकाल कर अस्पताल पहुंचाया।
लोगों ने बताया कि मृतक को तैरना नहीं आता था। स्वजनों ने बताया कि स्वर्गीय सोहनपाल खेती कर जीवन यापन करता था। उसकी मां की पहले ही मौत हो चुकी है। उनके एक बेटा और तीन बेटियां हैं। वे सभी अध्ययन करते हैं। युवक के डूबने की खबर से बैरवा की ढाणी में शोक की लहर दौड़ गयी. मृतक की पत्नी समेत बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल था।