कोटा: नगर निगम उत्तर के वार्ड 62 में रोड भी बने, नालियां भी बनी लेकिन आज भी वार्ड में ऐसी कई समस्याएं है, जिससे वार्डवासी ही नहीं बल्कि वार्ड का प्रतिनिधित्व करने वाला भी परेशान है और ये वो समस्याएं जिनके बारे में हर स्तर का जनप्रतिनिधि भी जानता हैं लेकिन समाधान कोई नहीं करवा सका। वार्ड में पहले ही बहुत समस्याएं थी और रही सही कसर यूआईटी की ओर से करवाए गए सीवरेज के कार्य ने पूरी कर दी। लोग बताते हैं कि लाइन तो डाल दी लेकिन कनेक्शन पूरे नहीं हुए। कही चेम्बर सड़क से ऊपर है तो कही सड़क से नीचे। इस वार्ड में सुन्दर नगर, पुरोहितजी का टापरी, शिवाजी कॉलोनी आदि इलाकें आते हैं। वार्ड के कई हिस्सों के लोग आज भी पानी के लिए परेशान रहते हैं। सड़कें जर्जर हुई पड़ी है। नालियां क्षतिग्रस्त है। आवारा मवेशियों और श्वानों की भरमार हंै। लोग कहते हैं कि यहां दूसरी सुविधाएं तो दूर मूलभूत आवश्यकताएं तक पूरी नहीं हो पाती हैं। रोडलाइट कई स्थानों पर तो हैं ही नहीं अगर है तो जलती नहीं। रातभर सड़कों पर अंधेरा पसरा रहता है। चोरी होने का खतरा बना रहता है। कई जगहों पर तो दिनभर घूल उड़ती रहती है। वहीं वार्ड के कुछ लोगों का कहना है कि वार्ड पार्षद ने वार्ड में जितना संभव हो सकता है, काम करवाएं है। अब कुछ समस्याओं के आगे तो वे भी बेबस है। वरना तो वार्ड में सीसी रोड बनवाएं गए है। नालों और नालियों के काम हुए हैं। नहर के नीचे साइफन डलवाएं हैं। रोड लाइट भी लगवाई गई है। वार्ड में साफ-सफाई ठीक है।
कई स्थानों पर काम के प्रस्ताव भेजे हुए हैं। निगम और यूआईटी दोनों की ओर से वार्ड में विकास कार्य करवाएं गए हैं। पार्षद के पास कोई समस्या लेकर जाओ तो उसके समाधान का पूरा प्रयास करते हैं। वार्डवासी बताते हैं कि वार्ड में सुनियोजित तरीके से काम नहीं हुए है। वैसे ही यहां कोई काम नहीं हुए हैं और जो हुए हैं उनमें भी घटियां निर्माण सामग्री काम में ली गई है। सड़कों पर अभी से गिट्टी बाहर आने लगी है। वार्ड में कचरा लेने के लिए टिपर नहीं आते हैं। सड़कों पर कचरा फैला रहता है। विकास कार्यों की बात हैं तो यहां श्मशान के टिनशैड पर टूटे-फूटे हैं। लोग कहते है कि शहर में लाखों-करोड़ों के विकास कार्य हो रहे हैं और यहां हम उन समस्याओं से सालों से जूझ रहे हैं जिनका समाधान कभी का हो जाना चाहिए था लेकिन किसी का ध्यान इस ओर नहीं जाता है। वार्ड पार्षद का कहना है कि उन्होंने वार्ड में विकास के कई कार्य करवाएं हैं। कुछ और होने बाकी है। कब्रिस्तान और श्मशान का काम करवाया है। लोग आते हैं तो उनकी समस्याओं को सुनकर उनका समाधान करने की कोशिश करता हंू। कभी ये नहीं सोचा कि ये भाजपा है या कांग्रेस का। अब कई समस्याएं तो ऐसी हैं जिनको लेकर मैं खुद परेशान हंू।
इनका कहना हैं
वार्ड में रोड के काम करवाएं हैं। नालियां पुरानी है तो मरम्मत में दिक्कत आती है। पट्टों की प्रक्रिया यूआईटी में चल रही है। सुन्दर नगर और शिवाजी कॉलोनी में रेल्वे कॉलोनी का जो पानी आता है उससे वहां के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कलक्टर को अवगत करवा दिया है।
-बद्री पटेल, वार्ड पार्षद।
वार्ड के सुन्दर नगर इलाके में पानी की बहुत समस्या है। सड़कों के हालात खराब है। तालाब में मिट्Þटी भरवाकर यूआईटी ने प्लानिंग काट दी। इससे पीछे की बस्तियों में पानी भरता है। नालियां क्षतिग्रस्त हैं। आवारा पशुओं और श्वानों की बहुत समस्या है।
-चिमन बैरवा, वार्डवासी।
वार्ड में सीवरेज का कार्य बिल्कुल बेकार क्वालिटी का हुआ है। कई कनेक्शन अभी भी जुड़े हुए नहीं है। आधा अधूरा काम हुआ है। चेम्बर भी सड़क लेवल काफी ऊंचे या गड्ढों में है। शिवाजी कॉलोनी में नई-पुरानी रेल्वे कॉलोनियां का पानी आता है। जिससे बारिश के दौरान हर बार बाढ़ के हालात यहां बन जाते हैं। ना निगम और ना जिला प्रशासन का ध्यान इस ओर जा रहा है।
-इकबाल मोहम्मद, वार्डवासी।
वार्ड में पहले जहां सड़क थी वहां अब बन चुकी है। कुछ नालें भी बनवाए गए हंै जो क्षतिग्रस्त थे। पीने के पानी की कोई समस्या नहीं है। रोड लाइट की स्थिति भी पहले से काफी सुधर चुकी है। कॉम्पलेक्स का काम हो चुका है। श्मशान का टिनशैड खराब है। सुन्दर नगर और शिवाजी कॉलोनी में रेल्वे कॉलोनी से आने वाले पानी से बहुत परेशानी है।
-विनोद धवन, वार्डवासी।