जोधपुर। पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होने और आसमान साफ होने के बाद भीषण गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। वहीं, धौलपुर की बात करें तो यहां का मौसम जल्द ही बदलने वाला है। दरअसल, मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में धौलपुर में बारिश की संभावना जताई है. विभाग का कहना है कि अगले तीन घंटे के अंदर धौलपुर में बरसात का दौर शुरू हो सकता है. इस दौरान 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चल सकती है। मौसम विभाग ने धौलपुर के अलावा अलवर, भरतपुर, झंझुनू और चूरू में बारिश की संभावना जताई है.
उधर, मानसून सीजन को देखते हुए वन विभाग ने जिले में बड़े पैमाने पर पौधरोपण की तैयारी शुरू कर दी है। वन विभाग जिले की अलग-अलग नर्सरी में तरह-तरह के पौधे तैयार कर रहा है। विभाग ने इस बार 9 लाख 50 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। पौधरोपण में जिले के सरकारी विभागों का भी सहयोग लिया जाएगा। उद्यान संरक्षक ने बताया कि सत्र 2023-24 के लिए विभागवार पौधारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. हरियाली बढ़ाने के लिए इस बार प्रशासन पौधरोपण के लिए मुस्तैद है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस बार तीन प्रजातियों के पौधे लगाने की रूपरेखा तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि नर्सरी से आम लोग भी पौधे ले सकेंगे।
पौधरोपण के तहत विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपे जाएंगे। फलदार वृक्षों में जामुन, अमरूद, नींबू, आंवला, आम, वेलपत्र, इमली, पपीता, चीटू उपलब्ध रहेंगे। वहीं छायादार में बरगद, पीपल, गूलर, तेज पत्ता श्यामा, गुलमोहर, नीम, सरस, पापड़ी, अशोक, करंज और शीशम आदि भी तैयार हो रहे हैं। इसी तरह कलश में गुलाब, मोगरा, बोगन, वेलिया, कनेर, चांदनी, गुड़हल, रात की रानी आदि तैयार किए गए हैं। विभाग का कहना है कि जमीन चिन्हित कर ली गई है। उपलब्धता के आधार पर पौधे रोपे जाएंगे।
जिला प्रशासन व वन विभाग के संयुक्त निर्देशन में जिले में हर साल लाखों पौधे रोपे जाते हैं, लेकिन अधिकांश पौधे रखरखाव व संरक्षण के अभाव में दम तोड़ देते हैं. हालत यह है कि अधिकारी और नेता पौधों के साथ फोटो खिंचवाकर उन्हें संरक्षित करना भूल जाते हैं।