करौली। करौली टोडाभीम के उपखंड कार्यालय परिसर में सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से 10 लाख रुपए की लागत से वॉकिंग ट्रैक बनाया जा रहा है। जो जगह-जगह से टूटकर उखड़ने लगा है। हाल में ही एसडीएम कार्यालय में विधायक कोटे से स्वीकृत 10 लाख रुपए की लागत से वॉकिंग ट्रैक बनाया जा रहा है। जिसमें ठेकेदार द्वारा गुणवत्तापूर्ण निर्माण सामग्री का उपयोग नहीं किए जाने से पूरा होने से पहले ही जगह-जगह से उखड़ कर टूट गया है। ट्रैक के निर्माण में उपयोग की गई इंटरलॉकिंग टाइल्स जगह-जगह से निकल गई है। इस बारे में सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता नरेश मीणा का कहना है कि एसडीएम कार्यालय में निर्माणाधीन वॉकिंग ट्रैक के दोनों और लगाई गई कुछ सपोर्ट इंटरलॉकिंग टाइल्स ऊंचाई ज्यादा होने के कारण निकल गई है। उस मैदान में मिट्टी डलवाई जा रही है और टूटी हुई को सही करवाया जाएगा। गांव नांगल पहाडी के ग्रामीण बडे समय से सरकार और शासन से एनिकट निर्माण की मांग कर रहे थे, लेकिन सुनवाई नहीं हो पाई।
ग्रामीणों ने कई साल पुरानी अपनी इस मांग से भामाशाह रामनिवास मीना को अवगत कराया तो उन्होंने दूसरे दिन से ही एनिकट का निर्माण शुरू करा दिया। एनिकट का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। ग्रामीणों का कहना है कि इस बारिश में एनिकट लबालव हुआ तो नांगल पहाडी सहित आसपास के सात गांवों की तस्वीर बदल जाएगी। इन गांवों के कुओं का जलस्तर तो बढेगा ही, साथ ही पेयजल और सिंचाई समस्या का भी समाधान हो सकेगा। कुठीला वाले हनुमान मंदिर को जाने वाले रास्ते के समीप महादेव घाट पर पुराना एनिकट बना हुआ था। बारिश के दिनों में जब अधिक पानी आता तो वह एनिकट पानी को नहीं रोक पाता था। पानी ओवरफ्लो होकर निकल जाता था। ऐसे में गांव के जलस्रोत कुओं आदि का जलस्तर नहीं बढ पा रहा था। ग्रामीण काफी समय से एनिकट की ऊंचाई और गहराई बढाए जाने की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों ने इस संबंध में कई बार सरकार के जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया और शासन के अफसरों को भी ज्ञापन सौंपे। इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो पाई। पटेल जगदीश, देवी सिंह, जगमोहन, रामनिवास, भरतू, खेमचंद, सुमेर चैधरी, पूर्व सरपंच हरभजन मीना, रामनिवास, प्यार सिंह मीना आदि ने बताया कि गांव में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भामाशाह रामनिवास मीना पहुंचे।