मछली पकड़ते समय पकड़े गए लोगों को बचाने गए वनकर्मियों पर ग्रामीणों ने किया हमला

वनकर्मियों पर ग्रामीणों ने किया हमला

Update: 2023-07-06 04:29 GMT
सवाईमाधोपुर। सवाईमाधोपुर रणथंभौर टाइगर रिजर्व में शिकारियों के हौंसले बुलंद हैं. इसका ताजा उदाहरण बुधवार को रणथंभौर के गुढ़ा नाका इलाके में देखने को मिला. यहां शिकारियों ने वन विभाग की टीम पर हमला कर दिया. इससे बॉर्डर होम गार्ड रमेश और धर्मेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वन अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार दोपहर करीब 12.30 बजे वन विभाग की टीम गुढ़ा नाका वन क्षेत्र में गश्त कर रही थी. इस दौरान वन विभाग की टीम को मानसरोवर बांध के पास मछली पकड़ने के लिए जाल लेकर जा रहे दो लोग दिखे. वन कर्मियों ने उन्हें पकड़ने का प्रयास किया तो दोनों शिकारी सामान मौके पर ही छोड़कर भाग गए। गश्ती दल ने इसकी सूचना वन विभाग के उड़नदस्ते को दी. इसके बाद वन विभाग की टीम ने पीछा कर दोनों आरोपियों को पकड़ लिया.
वन अधिकारियों के मुताबिक जब वन विभाग की टीम आरोपियों को लेकर जंगल से बाहर आ रही थी तो वन क्षेत्र के बाहर 25 से 30 लोगों की भीड़ जमा हो गई. आरोपियों को छुड़ाने पहुंची वन विभाग की टीम पर लोगों ने पथराव कर दिया. इसमें वन विभाग के दो बॉर्डर होम गार्ड घायल हो गये. घायल बॉर्डर होम गार्ड रमेश और धर्मेंद्र को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल धर्मेंद्र के सिर पर पांच टांके आए और रमेश के सीने में चोट आई है। दोनों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।
वन विभाग की टीम ने दो आरोपियों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. जानकारी के मुताबिक रणथंभौर में वन विभाग पर हमले का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी कई बार ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं. जनवरी 2020 में फलोदी रेंज में दो मादा चीतल के शिकार का मामला सामने आया था. इस पर वन विभाग की टीम आरोपियों को पकड़ने के लिए जैतपुर गांव पहुंची. वन विभाग की टीम पर लोगों ने हमला कर दिया. इसमें कई वनकर्मी व अधिकारी घायल हो गये. हालांकि बाद में वन विभाग की टीम ने पुलिस के साथ जैतपुर जाकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले भी जैतपुर गांव के लोगों ने अवैध कटाई से रोकने पर फॉरेस्टर सुदर्शन शर्मा और कप्तान सिंह पर हमला किया था.
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