राजस्थान के सरकारी स्कूलों में 'असुरक्षित स्पर्श' की समझ से लाखों बच्चे बने 'शक्तिमान सुरक्षित स्कूल सुरक्षित
राजस्थान के 65 हजार से अधिक सरकारी स्कूलों के 57 लाख 18 हजार 360 विद्यार्थी 'असुरक्षित स्पर्श' की समझ के साथ अब 'शक्तिमान' बनकर समाज में 'यौन दुर्व्यवहार' और 'बुरी नजर' वाली मानसिकता का दृढ़ता से मुकाबला करेंगे। यह सम्भव हुआ है राजस्थान सरकार की अनुकरणीय पहल के तहत शनिवार स्कूलों में नो बैग डे के तहत एक ही दिन में प्रात: 8 बजे से 12 बजे के दौरान प्रदेश के सभी 50 जिलों के समस्त सरकारी स्कूलों में एक साथ आयोजित विशेष ट्रेनिंग सेशंस की बदौलत। इस प्रशिक्षण के जरिए अपने तरकश में 'नो-गो-टेल' की थ्योरी को संजो चुके ये बच्चे खुद की सुरक्षा के साथ समाज में 'बैड टच' के खिलाफ मुहिम की अगुआई भी करेंगे।
स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव श्री नवीन जैन ने बताया कि सुरक्षित स्कूल सुरक्षित राजस्थान अभियान के पहले चरण में शनिवार को प्रदेश के 65 हजार 284 सरकारी विद्यालयों में एक लाख 905 ट्रेनिंग सेशंस आयोजित किए गए, इनमें 57 लाख 18 हजार 360 विद्यार्थियों को गुड टच बैड टच का प्रशिक्षण दिया गया।
शिक्षा मंत्री डॉ बी डी कल्ला और शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती जाहिदा खान ने सुरक्षित स्कूल सुरक्षित राजस्थान अभियान के प्रथम चरण को सफल बनाने के लिए शिक्षा विभाग की पूरी और विशेष रूप से सभी स्कूलों में बच्चों को प्रशिक्षित करने वाले ट्रेनर्स (प्रशिक्षित टीचर्स) और मास्टर ट्रेनर्स के प्रयासों की सराहना की है। राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में इस अभियान के रिपीट प्रशिक्षण सत्र आगामी अक्टूबर और जनवरी माह में आयोजित होंगे।