बाड़मेर। जसोल थाने की दीवार फांदकर दो संदिग्ध महिलाएं पुलिस अभिरक्षा से फरार होने में सफल रहीं. इस घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर दिया है। थाने की कस्टडी में संदिग्ध युवतियां न दिखने पर पुलिस अधिकारियों ने आनन-फानन में अलग-अलग टीमें गठित कर तलाश शुरू की, लेकिन युवतियों का कोई सुराग नहीं मिल सका है. इधर, मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी दिगंत आनंद ने एक हेड कांस्टेबल और दो कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है.
पुलिस के अनुसार जसोल धाम में आने वाली महिला श्रद्धालुओं के जेवरात चोरी होने की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची. यहां चोरी के मामले में संदेह होने पर दो महिलाओं को हिरासत में लेकर थाने लाया गया. पुलिस की पूछताछ के बाद उन्हें हिरासत में रखा गया, लेकिन दोनों महिलाएं पुलिस को चकमा देकर थाने की दीवार फांद कर भाग निकलीं। घटना के तुरंत बाद उन्हें पता चला तो थाने में अफरातफरी मच गई। पुलिस के आला अधिकारी थाने पहुंचे।
मामले की गंभीरता को देखते हुए अलग-अलग टीमों ने बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन व अन्य जगहों पर महिलाओं की तलाश शुरू की, लेकिन देर शाम तक उनका पता नहीं चला. इस पर पुलिस ने 224 व 225 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर आरोपित की तलाश शुरू कर दी है। आरोपी महिलाएं कोटपूतली के पूर्णानगर चमनपुरा गांव की रहने वाली बताई जा रही हैं, जो गिरोह के रूप में मंदिर-बस स्टैंड समेत भीड़-भाड़ वाली जगहों पर महिलाओं के जेवरात और रुपये चुरा लेती हैं. पुलिस ने संदेह के आधार पर जसोल धाम पहुंची महिला श्रद्धालुओं द्वारा पहने गए सोने के आभूषणों की चोरी के मामले में दोनों महिलाओं को जसोल मंदिर परिसर से गिरफ्तार किया था. हंगामा कर विरोध करने पर आरोपी महिलाओं को शांति भंग करने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
जसोल स्थित माता रानी भटियाणी मंदिर के शुक्ल पक्ष में रहने वाली भीड़ के बीच कई महिला श्रद्धालुओं द्वारा पहने जाने वाले सोने के हार व अन्य आभूषणों की चोरी की घटना सामने आई थी. तभी से मंदिर तीर्थ ट्रस्ट के सुरक्षाकर्मी सीसीटीवी कैमरों और पेट्रोलिंग के जरिए संदिग्धों पर नजर रख रहे थे. इसी बीच मंगलवार की सुबह दो महिलाओं की संदिग्ध गतिविधि देख सुरक्षाकर्मियों ने जसोल पुलिस को मौके पर बुलाकर उनके हवाले कर दिया. करीब 10 मिनट बाद जब संतरी ने देखा तो महिलाएं गायब मिलीं, जिस पर थाने में हड़कंप मच गया। सूचना मिलने पर डीएसपी नीरज शर्मा, थानाध्यक्ष डिंपल कंवर सहित थानेदार ने अलग-अलग टीमों में महिलाओं की तलाश शुरू की. सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ ही मोबाइल में लिए गए फोटो के आधार पर बालोतरा रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड सहित कई जगहों पर तलाश की, लेकिन पता नहीं चला। सावित्री देवी पत्नी रोहिताश व मुन्नी देवी पत्नी सुरेश बावरी निवासी पूर्णा नगर चमनपुरा निवासी कोटपूतली जयपुर को हिरासत में ले लिया.
पुरानी चौकी के भवन में नवगठित थाना संचालित हो रहा है। थाने में एक ही बैरक है ऐसे में महिलाओं को अलग कमरे में बैठाकर रखा गया. ड्यूटी स्टाफ द्वारा उन पर पूरी नजर रखी जाती है, लेकिन मंगलवार की रात दोनों संदिग्ध महिलाएं प्रहरी और महिला कांस्टेबल को चकमा देकर फरार होने में सफल रहीं. लापरवाही सामने आने पर एसपी ने जांच अधिकारी हेड कांस्टेबल महेंद्र सिंह, कांस्टेबल हुकमाराम और महिला कांस्टेबल पार्वती को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए.
साथ ही मामले की जांच भी की जा रही है. डीएसपी नीरज शर्मा के अनुसार जसोल मंदिर में महिला श्रद्धालुओं के साथ चोरी की घटना के संबंध में संदिग्धों पर नजर रखते हुए संदेह के आधार पर पूछताछ के लिए दो महिलाओं को हिरासत में लिया था. विरोध करने और हंगामा करने पर शांति भंग के आरोप में हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही थी। बुधवार तड़के दोनों महिलाएं थाने से चकमा देकर फरार हो गईं। इसकी सूचना पर तत्काल टीमें भेजकर संदिग्ध महिलाओं की तलाश शुरू की गई। आरोपी महिलाओं के खिलाफ हवालात से भागने का मामला दर्ज किया गया है.